- #NationalUnemploymentDay और #राष्ट्रीय_बेरोजगार_दिवस ने खूब ट्रेंड किया
- रेलवे के ट्रेड अप्रेंटिसों ने भी समायोजन की मांग को लेकर जताया विरोध, प्रदर्शन कर रखी अपनी बात
नई दिल्ली. यह पहला मौका था जब किसी देश के प्रधानमंत्री का जन्मदिन ‘राष्ट्रीय बेरोज़गार दिवस’ के रूप में मनाया गया. 17 सितंबर, गुरूवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 70वां जन्मदिन मनाया गया है. देश के अलग-अलग हिस्सों से बेरोज़गार युवाओं ने इस अवसर को ”राष्ट्रीय बेरोज़गार दिवस” के रूप में मनाया. इन युवाओं को विपक्षी दलों का समर्थन भी हासिल था. देश में कई जगह युवाओं ने प्रदर्शन किया जिसमें विपक्षी दल के नेताओं ने भी शिरकत की. इसमें बड़ी संख्या में रेलवे के ट्रेड अप्रेंटिसों ने भी हिस्सा लिया.
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12 बजे से ही #HappyBdayNaMo #PrimeMinister #NarendraModiBirthday और #NarendraModi सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा था. सोशल मीडिया ट्विटर पर हैशटैग #NationalUnemploymentDay और #राष्ट्रीय_बेरोजगार_दिवस ने खूब ट्रेंड किया. इसकी झांस सत्ता पक्ष में बैठे भाजपा नेताओं की भी बेचैनी बढ़ा रही थी. हालांकि भाजपा की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं जतायी गयी है.
बिना रोजगार युवा शक्ति का भविष्य अंधकारमय हो गया है। पिछले 6 साल में युवा शक्ति को रोजगार के नाम पर सिर्फ झूठे आश्वासन मिले।
बेरोजगारी आसमान छू रही है। अगर केंद्र सरकार रोजगार देती तो आज युवाओं को #राष्ट्रीय_बेरोजगारी_दिवस के रूप में अपनी आवाज नहीं उठानी पड़ती।— Sachin Pilot (@SachinPilot) September 17, 2020
अलबत्ता राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि पिछले छह साल में युवा शक्ति को रोज़गार के नाम पर सिर्फ़ झूठे आश्वासन मिले हैं. इससे पहले नौ सितंबर को देश के अलग-अलग हिस्सों में युवाओं ने रात नौ बजकर नौ मिनट पर टॉर्च, मोबाइल फ़्लैश और दिए जलाकर सांकेतिक रूप से अपना विरोध ज़ाहिर किया था.
देश के अलग-अलग हिस्सों से पीएम मोदी के 70वां जन्मदिन पर युवाओं ने बेरोज़गार दिवस के रूप में मनाया. बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बयान जारी करके नीतीश सरकार से सवाल किया कि 15 साल में उन्होंने युवाओं के रोज़गार के लिये क्या किया? उन्होंने कहा कि बिहार के सात करोड़ युवाओं के सीने में धधक रहे सवालों का नीतीश सरकार जवाब दे.
एक दिन PM से मिलना हुआ और ख़ुद को 7वें आसमान पर समझा.55 दिनों बाद फिर मिली,जब वे पानी में उतरने वाले प्लेन से अंडमान जा रहे थे,फिर भी अच्छा लगा. और फिर मिली डेढ़ साल बाद!
तब तक आप सब धूमिल कर चुके थे – जनतंत्र से लेकर उम्मीद तक!
देश को स्वस्थ रखें, रहें
#राष्ट्रीय_बेरोजगारी_दिवस pic.twitter.com/RE04DY8aye— Wg Cdr Anuma Acharya (Retd) (@AnumaVidisha) September 17, 2020
देश में आर्थिक सुस्ती और बेरोज़गारी से परेशान युवा व छात्रों का आक्रोश सरकार के प्रति खुलकर सामने आया है. रेलवे के आप्रेंटिस की नियुक्ति नहीं होने को लेकर भी बेरोजगारों के निशाने पर रेलमंत्री व सरकार है. छात्रों और युवाओं ने सरकार के ख़िलाफ़ इस मुहिम को सोशल मीडिया पर तेज किया है. बेरोज़गारी के साथ-साथ बड़ी परेशानी छात्रों के सामने परीक्षाएं तय समय पर नहीं कराये जाने और नौकरी के लिए बहाली नहीं निकाले जाने से हुई है. यह अब देश व्यापी आक्रोश के रूप में सामने आ रहा है. सोशल मीडिया पर किये जा रहे ट्वीट से जनता के टूट रहे विश्वास की झलक दिख रही है.