- जीवन शैली में बदलाव से बढ़ रही हाइपरटेंशन की समस्या : डॉ बीएन झा
KOLKATTA. विश्व उच्च रक्तचाप दिवस 17 मई 2024 के अवसर पर संतरागाछी लोको शेड में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. डॉ. बीएन झा (एसीएचडी कार्डियोलॉजी) के नेतृत्व में आयोजित शिविर में डॉक्टरों, नर्सों और तकनीशियनों की टीम ने रेलकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की और उन्हें तनाव से बचाव के उपाय भी बताये गये. शिविर का आयोजन पीसीएमडी/एसईआर और एमडी/सीएच/जीआरसी के मार्गदर्शन में किया गया.
शिविर में कुल 144 रेलकर्मियों की हृदय जांच (ईसीजी, रक्त शर्करा, परामर्श) की गई और सभी को उच्च रक्तचाप की जटिलताओं के बारे में बताया गया. इस जागरूकता कैंप में एसआरसी से डॉ अलीमा और उनकी टीम ने सक्रियता से हिस्सा लिया. पिछले साल भी लोको शेड में शिविर का आयोजन किया गया था. शिविर में डॉक्टरों ने तनाव के कारण, लक्षण व निवारण की जानकारी रेलकर्मियों को दी. लोगों को दिये गये टिप्स को अपनाकर स्वस्थ रहने का तरीका भी डाॅक्टरों ने बताया.
शिविर के अंतर में एसीएमडी/एसईआर डॉ टी मजूमदार ने लॉजिस्टिक की व्यवस्था करने के लिए एसआरसी लोको शेड के प्रभारी अजय कुमार और टीम का आभार जताया. उन्होंने सभी कर्मचारियों से अपने स्वास्थ्य के प्रति गंभीर रहने की अपील की. शिविर में डॉक्टरों ने उच्च रक्तचाप को लेकर रेलकर्मियों को जागरूक किया.
‘साइलेंट किलर’ ले लेता है हर साल 7.5 मिलियन लोगों की जान
वर्तमान में अनियंत्रित लाइफस्टाइल और जीवनशैली की वजह से लगातार तनाव की समस्या बढ़ रही है. एक अनुमान के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर के कारण दुनिया भर में हर साल 7.5 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है. इसे ‘साइलेंट किलर’ भी माना जाता है. हाइपरटेंशन के प्रति लोगों मेंजागरुकता फैलाने के लिए वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (WHL) ने 14 मई 2005 को इसकी शुरुआत की थी. इसके बाद से हर साल 17 मई को विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों में हाई बीपी की रोकथाम करने के साथ उसे बढ़ने से रोकने के लिए जागरूक करना शामिल था.