- नॉर्दन रेलवे देहरादून में शाखा का त्रैवार्षिक अधिवेशन आयोजित, नयी कमेटी गठित
देहरादून. नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन की देहरादून शाखा के त्रैवार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहाकि रेल कर्मचारियों की मांगे तभी पूरी होगीं, जब भारतीय रेल बचेगी, अगर रेल ही नहीं रहेगी, तो हम अपनी मांगो पर क्या लड़ाई लड़ेगें ? इसलिए आज रेल को बचाने के लिए एकजुट होकर एक मुकम्मल संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा. महामंत्री ने कहाकि जब भी बड़े आंदोलन का ऐलान किया है, देहरादून के साथियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है, उन्होंने कहा कि की रेल को बचाने के लिए हम जान की बाज़ी लगा देंगे.
एनआरएमयू के इस अधिवेशन में नई कार्यकारिणी का भी ऐलान किया गया. महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहाकि आज भारतीय रेलवे के अस्तित्व पर ही संकट है, जो हालात है, उसमें रेल को बचाने की जिम्मेदारी रेल कर्मचारियों खासकर युवा कर्मचारियों के हाथ में है. हम अपनी मांगो को लेकर आज भी लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे, लेकिन आज जरूरत है संगठित होकर रेल को बचाने के लिए एक बड़े संघर्ष की. महामंत्री ने कहाकि ऐसा नही है कि रेल को बेचने की साजिश पहली बार हो रही है, दूसरी सरकारों की भी रेल पर बुरी नजर थी, लेकिन हमने संगठित हो कर उस वक्त भी रेल को बचाया, फिर बचाएंगे. आप जानते ही हैं कि जब भारतीय रेल के कर्मचारी कोरोना महामारी से लड़ रहे थे, उस वक्त सरकार ने डीए और डीआर को फ्रीज कर दिया, तमाम ट्रेनों का संचालन प्राईवेट पार्टनर को देने की तैयारी कर ली, उत्पादन इकाइयों को निगम बनाने की साजिश शुरु कर दी.
रेल के अस्पतालों को खत्म करने की तैयारी है. ऐसे में जरूरी है कि रेल को बचाने के लिए अब सड़क पर उतरें, बिना लड़े कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है. महामंत्री ने जोर देकर कहाकि इस बार सरकार जल्दबाजी में है, वो तेजी से निजीकरण की ओर बढ़ रही है, इस लिए हमे एक जनांदोलन खड़ा करना होगा जिससे सरकार के पास सख्त संदेश पहुंचाया जा सके. महामंत्री ने कहाकि अगर रेल का निजीकरण हुआ तो इससे सिर्फ रेलकर्मी ही संकट में नही आएंगे, बल्कि रोजाना ढाई करोड़ उन रेलयात्रियों को भी मुश्किल होगी, जिनके ट्रांसपोर्ट का सबसे सस्ता साधन आज भारतीय रेल ही है. महामंत्री ने कहाकि आज रेलवे में बड़ी संख्या में नए युवा रेलकर्मचारी आ चुके है, उन्हें यूनियन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए ट्रेड यूनियन एजूकेशन प्रोग्राम का समय समय पर आयोजन किया गया है, जो लोग ट्रेनर है, उनकी जिम्मेदारी है को वो इन युवा कर्मचारियों को एजूकेट करें.
उन्होंने कहा कि हमारे सामने जो चुनौती है, उसका मुकाबला एकजुटता के साथ ही किया जा सकता है. महामंत्री ने कहाकि अब चुनाव खत्म होने के साथ आपसी प्रतिद्वंद्विता भी खत्म कर संगठन को गति देने में अपनी ताकत लगानी चाहिए. महामंत्री ने कहाकि डेलीगेट हमारी ताकत है, इसलिए साल में 4 डेलीगेट सम्मेलन जरूर आयोजित होने चाहिए. इसी तरह महिलाओं को भी हमे एकजुट कर संघर्ष के लिए तैयार करना होगा. ब्रांच कमेटी के साथ ही आज 20 सदस्यीय युवा प्रतिनिधियो को भी नामित किया गया .
एनआरएमयू की नयी कार्यकारिणी गठित, रमेश होंगे अध्यक्ष
अध्यक्ष रमेश कुमार, उपाध्यक्ष राकेश कुमार, ओ पी मीणा, विश्वजीत शर्मा और विक्रांत, शाखा सचिव उग्रसेन सिंह, सहायक शाखा सचिव ओमवीर सिंह, धनीराम, तेजिंदर सिंह, नरेश गुरंग के अलावा कोषाध्यक्ष नरेश कुमार का नाम शामिल है. सेंट्रल कॉउंसिल मेम्बर के रूप में चार, एजीएम मेंबर में नौ और ब्रांच कॉउन्सिल मेंबर के रूप में पाचं नामों का भी ऐलान किया गया. मोके पर मंडल मंत्री राजेश चौबे, चुनाव अधिकारी सहायक मंडल मंत्री मनोज शर्मा, शाखा प्रभारी पी एस नेगी, हरिद्वार के शाखा सचिव अजय तोमर, मंडल अध्यक्ष रोहित बाली आदि मौजूद थे.