- प्रिंसिपल चीफ सिग्नल एंड टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियर PCSTE से मिले एसएंडटी मेंटेनर्स यूनियन के प्रतिनिधि, मिला आश्वासन
- रिस्क तथा हार्डशिप अलाउंस की मांग पर जल्द पहल की करेंगी अनुशंसा, क्वालिफाइड सहायकों को बनेगा तकनीशियन बनने का मौका
रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
पश्चिम रेलवे की प्रिंसिपल चीफ सिग्नल एंड टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियर PCSTE श्रीमती वंदना गर्ग ने कर्मचारियों के रिस्क तथा हार्डशिप अलाउंस की मांग पर जल्द साकारात्मक पहल और अनुशंसा करने का आश्वासन दिया है. 5 फरवरी को उनसे मिलने पहुंचे इंडियन रेलवे एसएडंटी मेंटेनर्स यूनियन (IRSTMU) के महासचिव आलोक चन्द्र प्रकाश, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष महबूब संधी तथा मंडल सचिव दिलीप खरे को उन्होंने बताया कि पश्चिम रेलवे विश्व स्तरीय अत्याधुनिक तकनीक ETCS Level-2 को अमल में लाने वाला देश का पहला रेलवे जोन होगा. इसमें कर्मचारियों की भूमिका सबसे अहम होगी. उन्होंने बताया कि STTC साबरमती में और बेहतर सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये है. इसमें हर कमरे में ट्रेनिंज के सामान की सुरक्षा के लिए लॉकर उपलब्ध कराया जायेगा. हैंड ड्रिल मशीन को मोटराइजड ड्रिल मशीन में परिवर्तन के लिए आवश्यक अनुसंधान की जरूरत भी प्रिसिंपल चीफ इंजीनियर ने बतायी.
पीसीएसटीई ने वंदना गर्ग ने बताया कि सभी सहायकों को उचित प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी तथा सभी क्वालिफाइड सहायकों को जल्द से जल्द योग्यता के आधार पर LDCE के माध्यम से तकनीशियन बनने का मौका मिलेगा. सेफ्टी जैकेट के कलर कोड में बदलाव करते हुए इसे स्काई ब्लू कलर करने की मांग रखते हुए महासचिव आलोक जी ने कहा कि मात्र ड्रेस के कलर कोड में बदलाव से आज लगभग सभी कर्मचारी पूरे ड्रेस कोड के साथ ड्यूटी पर उपस्थित होने लगे हैं ठीक इसी प्रकार सेफ्टी जैकेट के कलर कोड में बदलाव से लगभग सभी कर्मचारी सेफ्टी जैकेट के साथ ड्यूटी पर उपस्थित होने लगेंगे. इस अवसर पर यूनियन की ओर से चीफ इंजीनियर को सेफ्टी बुकलेट, कैलेंडर व डायरी प्रदान किया गया.
इसके अलावा मैंटेनरर्स यूनियन के पदाधिकारियों ने मुख्य संकेत इंजीनियर CSE वीके श्रीवास्तव, CCE सौरभ बंद्योपाध्याय, CSTE/Cons एम एल मनवाना, Dy CSTE (Co) आर पी श्रीवास्तवर, ASTE Signal हर्षित जैन, ASTE Planning नितिन चक्रवर्ती, से भी मिलकर विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की जिस पर अधिकारियों ने साकारात्मक पहल का आश्वासन दिया. CCE ने HOER को मंडल स्तर पर लागू करने के लिए विशेष रूप से ध्यान देने की बात कही. उन्होंने बताया कि सभी सेक्शनों में और ज्यादा यूटिलिटी व्हीकल उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है ताकि फेलियर को ठीक करने के औसत समय को और कम किया जा सके.
वहीं दूसरी ओर उत्तर रेलवे में टीम इंडियन रेलवे एस एडं टी मैंटेनरर्स यूनियन (IRSTMU) दिल्ली ब्रांच ने ADSTE निजामुद्दीन केके सिंह से मिलकर निजामुद्दीन सेक्शन में कार्यरत S&T कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान पर चर्चा की. इस मौके पर राष्ट्रीय सहसचिव रेवती रमण, दिल्ली मंडल के कोषाध्यक्ष राघवेन्द्र नारायणन, निजामुद्दीन के सतीश कुमार आदि मौजूद थे.
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