मुम्बई. पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक एके गुप्ता ने “रेल दर्पण” के नये संस्करण का विमोचन मंगलवार, 27 फरवरी को चर्चगेट स्थित प्रधान कार्यालय में आयोजित क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक में किया. गृह मंत्रालय के राजभाषा निदेशालय की महत्त्वपूर्ण पुरस्कार योजना के अंतर्गत देश की सर्वश्रेष्ठ गृह पत्रिका के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार से पत्रिका सम्मानित हो चुकी है. इस अवसर पर श्री गुप्ता ने कहा कि पत्रिका सम्पादकीय टीम के प्रयासों के कारण अपनी रचनात्मक उत्कृष्टता के साथ पश्चिम रेलवे की साहित्यिक प्रतिभाओं को वैचारिक अभिव्यक्ति के लिए एक सशक्त माध्यम भी बन चुकी है.
मौके पर अपर महाप्रबंधक श्री राहुल जैन, विभिन्न प्रमुख विभागाध्यक्ष “रेल दर्पण” के प्रधान सम्पादक एवं पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविंद्रभाकर, मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री एम. के. गुप्ता, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ. सुशील कुमार शर्मा तथा ‘रेल दर्पण’ के वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक श्री गजानन महतपुरकर भी उपस्थित थे.
प्रधान सम्पादक श्री भाकर ने महाप्रबंधक महोदय को नवीनतम अंक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह नया अंक ‘रेल दर्पण’ का 27 वाँ अंक है. ‘रेल दर्पण’ के इस नवीनतम अंक को भीहरसम्भव बेहतर, रोचक, पठनीय एवं आकर्षक बनाने के पुरज़ोर प्रयास किये गये हैं. आवरण पृष्ठ पर इस बार तेज़ गति की आधुनिकतम प्रतीक बुलेट ट्रेन परियोजना के शिलान्यास तथा मुंबई में एसी लोकल ट्रेन केशुभारम्भ के अलावा चर्चगेट स्टेशन पर ट्रेन से उतरते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की तस्वीर पर आधारित भव्य कलाकृति को मूल संकल्पना के रूप में चुना गया है, वहीं अंतिम आवरण पृष्ठ के लोकप्रियस्तम्भ ‘विशेष अतिथि रचनाकार’ में इस बार खास मेहमान हैं, बॉलीवुड के मशहूर गीतकार पंडित किरण मिश्र.
नये अंक के मध्य पृष्ठों पर पाठकों को नये वर्ष के आकर्षक कैलेंडर की खास सौगात दी गई है, वहींअंग्रेजी खंड के मशहूर कॉलम ‘सेलेब्रिटी इंटरव्यू’ में इस बार सबकी मुलाकात होगी मशहूर फिल्मकार श्री आर. बाल्की से. इनके अलावा मुंबई की जीवन रेखा कहलाने वाली लोकल ट्रेनों के 3 डिब्बों से 15 डिब्बों औरअब एसी लोकल तक के ऐतिहासिक सफ़र पर प्रकाशित ‘स्पेशल फीचर’ तथा चर्चगेट स्टेशन पर ट्रेन से उतरते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर पर आधारित भव्य कलाकृति के बारे में प्रकाशित लेख अंग्रेज़ीखंड के प्रमुख आकर्षण हैं. ‘सामयिक गतिविधियाँ’ में जहाँ महत्त्वपूर्ण गतिविधियों की सचित्र झलक मिलेगी, वहीं अन्य सभी नियमित स्तम्भों का प्यारा सिलसिला लगातार बरकरार और सबके मन-मस्तिष्क कोलुभाने को तैयार है. कथा कुंज, सामयिक गतिविधियाँ, पाठक पीठिका, स्वास्थ्य चर्चा, व्यंग्य-वीथिका, सखियों का संसार, खेल खिलाड़ी और ‘तस्वीर बोलती है’ जैसे नियमित स्तम्भों के अलावा पश्चिम रेल मुख्यालयकी स्थानीय प्रादेशिक भाषा मराठी की सांस्कृतिक अस्मिता को बढ़ाने के उद्देश्य से मराठी भाषा में भी पिछले अंक से शुरू किये गये नये स्तम्भ ‘माय मराठी’ को इस बार भी जारी रखा गया है. इस पत्रिका का ई-संस्करण पश्चिम रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट www.wr.indianrailways.gov.in. पर उपलब्ध है.