जबलपुर. पश्चिम मध्य रेल जोनल मुख्यालय में 7 मार्च की शाम यूनियन नेताओं ने जमकर हंगामा मचाया. वेस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाई यूनियन के नेता का संजय करन, का मनीष यादव, का शिन्टू सिंह आदि ने डिप्टी सीपीओ लाल सिंह बैनाडा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विवाद डिप्टी सीपीओ द्वारा अपने स्टेनों राजेश कुमार को भला-बुरा बोलकर सबके सामने बेइज्जत करने को लेकर हुआ. इसके बाद यूनियन नेताओं ने जीएम कार्यालय के सामने हंगामा कर पदाधिकारी की इज्जत उतार दी. नेताओं का कहना था कि रेलकर्मियों के साथ अपमानजनक व्यवहार मान्य नहीं होगा. अगर पदाधिकारी कर्मचारियों के साथ ऐसा व्यवहार करेंगे तो उन्हें वैसे ही व्यवहार का सामाना करना पड़ेगा. यूनियन ने एक घंटे से अधिक समय तक विरोध जताया. बाद में सीपीओ ने मध्यस्थता कर स्थिति को संभाला.
विवाद गुरुवार की शाम चार बजे तब हुआ जब डिप्टी सीपीओ लाल सिंह बैनाडा ने अपने स्टेनों को गालियां बकनी शुरू कर दी. उन्होंने स्टेनो राजेश कुमार को बुलाने के लिए चपरासी को बोला था. चपरासी ने साहब को बताया कि स्टेनों ने मंडल से पोजीशन लेकर आने की बात कही है. यह सुनकर डिप्टी सीपीओ का पारा चढ़ गया. स्टेनो के आते ही उन्होंने उसे गालियां देनी शुरू कर दी. बताया जाता है कि डिप्टी सीपीओ ने सबके सामने राजेश को बेज्जत किया.
इसकी सूचना मिलते ही यूनियन नेता का संजय करन, का मनीष यादव, का शिन्टू सिंह आदि जीएम कार्यालय पहुंचे और डिप्टी सीपीओ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. विरोध प्रदर्शन के बीच अन्य कर्मचारी जमा हो गये. जिन्होंने यह बात सुनी वह डिप्टी सीपीओ के विरोध में उतर आया. देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया. इससे पहले की स्थति और बिगड़नी सीपीओ (एडमिन) ने आकर यूनियन नेताओं को समझाया और डिप्टी सीपीओ को भी आगाह किया. उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि इस तरह की घटना अब नहीं होगी. किसी भी कर्मचारी के साथ अपमान जनक व्यवहार नहीं होगा. इसके बाद यूनियन नेता पीछे हटे.