- एससी/एसटी एसोसिएशन ने कर्मचारी संघ तो IRSTMU ने AIRF को समर्थन देने की घोषणा की
NEW DELHI. रेलवे में 11 साल बाद ट्रेड यूनियन का चुनाव होने जा रहा है. यह चुनाव रेलवे के सभी जोन में 4-5 और 6 दिसंबर को होगा, जिसमें रेलवे के 12 लाख कर्मचारी मतदान करेंगे. विभिन्न रेलवे संगठनों की तरफ से जोनल कार्यालयों में चुनाव लड़ने का दावा भी किया जा चुका है. इसमें सुप्रीम कोर्ट से राहत नहींं मिलते तक AIRTU मैदान से बाहर हो चुकी है. अब शेष यूनियन चुनाव मैदान में है जिनकी मान्यता के लिए आज से वोटिंग शुरू होगी.
इससे पहले रेल प्रशासन की ओर से भी जोन और डिवीजन में वोटर लिस्ट की सूची बूथ के अनुसार जारी की जा चुकी है. चुनाव कार्य को लेकर बड़ी संख्या में रेलकर्मियों और अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. चुनाव तैयारियों के बीच सीधे चुनाव मैदान में नहीं उतरने वाले विभिन्न संगठनों की अेार से विभिन्न यूनियनों को समर्थन देने की घोषणा की गयी है.
सोशल मीडिया पर लगातार जारी हाेने वाले इन समर्थन पत्रों से रेलकर्मियों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. सबसे अधिक हास्यास्पद स्थिति AIRTU के समर्थकों को लेकर है. चुनाव मैदान में उतरने की अंतिम आस टूटने के बाद ऑल इंडिया रेलवे ट्रैक मेंटेनर यूनियन (AIRTU) के शीर्ष नेता मौन है तो अलग-अलग जोन में पदाधिकारियों ने किसी ने किसी यूनियन को अपना समर्थन देने की घोषणा करते हुए समर्थकों से मतदान करने अपील जारी कर रहे है.
इस बीच एससी/एसटी एसोसिएशन के अध्यक्ष बी.एल. बैरवा ने कर्मचारी संघ को समर्थन देने की घोषणा की है. उन्होंने जारी बयान में कहा कि कम्यूनिस्ट और कांग्रेसी यूनियन ने न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) की जगह यूनीफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) को स्वीकार कर कर्मचारियों के साथ धोखा किया है. पुरानी पेंशन योजना बहाल होने तक हम संघर्ष करते रहेंगे. बैरवा ने कहा कि कुल वोट में हमारे संगठन के पास 35 फीसदी वोट बैंक है. पिछले दो चुनावों में हमारा समर्थन मजदूर संघ को था, इसलिए वो जीत सकी.
इस मौके पर भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी. सुरेंद्रन ने कहा- हम रेलवे का निगमीकरण और निजीकरण भी नहीं होने देंगे. जब तक कर्मचारी संघ रेलवे में रहेगा, तब तक हम कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात नहीं होने देंगे. इस मौके पर संघ अध्यक्ष बी.एल गंगवाल, संगठन मंत्री और जयपुर जंक्शन के सीटीआई समीर शर्मा, बीएमएस के प्रदेश महामंत्री हरिमोहन शर्मा, मीडिया प्रभारी विकास तिवाड़ी, मंडल अध्यक्ष गिर्राज मीना, मंडल मंत्री नरेंद्र मित्तल, एससी/एसटी एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष रामसिंह, कोषाध्यक्ष रामबाबू गौतम, विनोद मीणा सहित अन्य रेलकर्मी मौजूद रहे.
उधर दूसरी ओर इंडियन रेलवे सिग्नल एंड टेलीकम्यूनिकेशन यूनियन (IRSTMU) ने AIRF को समर्थन देने की घोषणा की है. महामंत्री आलोक चंद्र ने AIRF महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा के अनुरोध पर बीते दिनों पत्र जारी कर समर्थकों से AIRF समर्थित यूनियनों के लिए मतदान करने का आह्वान किया है. IRSTMU ने इससे पहले ऑल इंडिया रेलवे ट्रैक मेंटेनर यूनियन (AIRTU) को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी लेकिन उसके चुनाव मैदान से बाहर होने के बाद AIRF को समर्थन देने का निर्णय लिया गया है.
इससे पहले 2013 में हुआ था चुनाव
भारतीय रेलवे में कुल 19 ज़ोन हैं. 4, 5 और 6 नवंबर को रेलवे ट्रेड यूनियन का चुनाव होंगा. यह चुनाव हर 5 साल में होता है लेकिन विभिन्न कारणों से ये चुनाव 11 साल बाद हो रहा है. इससे पहले ये चुनाव वर्ष 2013 में हुआ था. इस चुनाव में सभी ज़ोन के अंतर्गत आने वाली रेलवे की संस्थाएं चुनाव लड़ती है. किसी जोन में कर्मचारियों को 3 तो किसी में 2 संस्थाओं को मतदान करना होता है. करीब 35 प्रतिशत मतदान पाने वाली संस्था को ही जोनल रेलवे से मान्यता मिलती है.