- पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर मुख्यालय की विजिलेंस टीम ने की कार्रवाई
जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर की विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर घूस मांगने के आरोप में दमोह के वरिष्ठ खंड अभियंता (एसएसई) को ट्रैप किया है. एसएससी पर अच्छी ड्यूटी देने के एवज में 25 हजार रुपये मांगने का आरोप है. इसमें पांच हजार रुपये पहले ही लिये जा चुके थे जबकि 20 रुपये अपने मातहत से लेते वह पकड़े गये.
विजिलेंस टीम ने 20 हजार रुपये नकद लेते एसएससी को रंगे हाथ पकड़ा. यह कार्रवाई 9 जुलाई 2022 को की गयी है. वरिष्ठ खंड अभियंता, रेल पथ (पूर्व) दमोह के दबोचने के बाद विजिलेंस ने आगे की शुरू कर दी है. अच्छी ड्यूटी देने के एवज में पैसे लेने की शिकायत कर्मचारी ने वरिष्ठ उप महाप्रबंधक से की थी इसके बाद उन्होंने विजिलेंस टीम को कार्रवाई का आदेश दिया.
मीडिया में आयी सूचनाओं के अनुसार वरिष्ठ खंड अभियंता, रेल पथ (पूर्व) दमोह द्वारा कर्मचारी को अच्छी ड्यूटी प्रदान करने के एवज में कुल राशि 25 हजार की मांग की गयी थी. एसएससी (पूर्व) दमोह पहले ही कुछ रुपये ले चुके थे.
जबलपुर की विजिलेंस टीम में मुख्य सतर्कता निरीक्षक शैलेंद्र इंगले, संजय मिश्रा, वाई के कोस्टा, रवि मिश्रा, रविशंकर श्रीवास्तव एवं अश्विनी कुमार मिश्र के साथ रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने कार्रवाई को अंजाम दिया. एसएससी के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर आगे अग्रसरित की गयी है ताकि विभागीय कार्रवाई सुनिश्चि करायी जा सके. यह कार्रवाई जबलपुर के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक विजय कुमार गुप्ता के दिशा-निर्देशन में की गयी.
इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 10 जून की दोपहर में मेंगलुरु सेंट्रल स्टेशन के पास स्थित रेलवे स्वास्थ्य इकाई पर छापा मारकर अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित तीन लोगों को फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट गोलमाल में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था. जबकि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उत्तर रेलवे के अंबाला कैंट डीआरएम कार्यालय से 1.80 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में IRSSE 2010 बैच के एक वरिष्ठ मंडल सिग्नल और दूरसंचार इंजीनियर (SrDSTE) विवेक लंगायन और मुख्य कार्यालय अधीक्षक (ChOS) प्रवीण कुमार को जून में ही पकड़ा था.
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