Indian Railways : रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि साल 2024 के अंत तक स्वदेशी व अत्याधुनिक तकनीक वाली वंदे भारत एक्सप्रेस देश के 200 शहरों को कवर कर लेगी. यह हर राज्य और रूट से होकर गुजरेगी. इसका फायदा देश के लाखों यात्रियों को होगा जो रफ्तार के साथ सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे.
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार भारतीय रेलवे वंदे भारत मेट्रो ट्रेन के संचालन पर भी विचार कर रहा है. इसके लिए डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है. आठ कोच वाली मेट्रो ट्रेन को कम दूरी वाले शहरों में संचालित किया जाएगा. मुंबई इसके लिए पहली पसंद होगी. इससे यहां यात्रियों को थोड़ी राहत मिल सकेगी. इसके बाद दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों में इसके संचालन की योजना है. RAILHUNT
रेल मंत्रालय की ओर से जून में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर या मंथन में यह संकेत रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया था. चिंतन शिविर में नये तरीकों को खोजने पर मंथन किया गया था. हर साल अधिक ट्रैक को चालू करने, प्रति दिन उच्च लोडिंग और शून्य दुर्घटनाओं को प्राप्त करने के लिए इस शिविर में विचार किया गया. रेल मंत्रालय के काम की समीक्षा करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन 2047 को लागू करने के की योजना भी बनायी गयी थी.
इसके दिशा में तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं. इसके बाद से अब तक कई मार्गों पर वंदे भारत को शुरू कर दिया गया है और कुछ मार्गों पर शुरू करने की तैयारी अंतिम चरण में है. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल सुरक्षा और नई तकनीकों को अपनाकर रफ्तार पाने पर जोर दिया है. रेलवे का प्रयास है कि वर्तमान रेलवे नेटवर्क के आधे हिस्से में ट्रेनों की गति 160 किमी प्रति घंटे की जाये. इसके लिए आवश्यक तैयारी करने पर जोर दिया गया है और इस दिशा में रेलवे पहल कर रही है.
रेलवे के सीनियर अधिकारियों की माने तो रेलमंत्री और प्रधानमंत्री के विजन को लेकर तेजी से कार्य पूरे किये जा रहे हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भारतीय रेलवे की भूमिका को अग्रणी स्तर पर रेखांकित करने का प्रयास है. इसके लिए अधिक माल ढुलाई को आकर्षित करने के उपायों पर हर जोन व डिवीजन को निर्देश दिये गये है. रेलमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि पटरियों की तैनाती और सुधार में बढ़ोतरी हुई है और अब हर साल 10,000 किलोमीटर पटरियों को चालू करने पर रेलवे का फोकस है.