Bhubaneswar. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 मई 2023 को ओडिशा को पश्चिम बंगाल से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन (vande-bharat-express) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर पीएम ने राज्य की 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे परियोजनाओं की शुरुआत की. पुरी-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस साढ़े छह घंटे में 500 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली मार्ग की सबसे तेज ट्रेन होगी. अब तक हावड़ा-पुरी रूट पर सबसे तेज ट्रेन हावड़ा-पुरी शताब्दी है जो 7 घंटे 35 मिनट में यात्रा पूरी करती है. वंदे भारत यह सफर 6 घंटे 25 मिनट में पूरा करेगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ आधुनिक भारत और आकांक्षी भारतीय दोनों का प्रतीक बन रही हैं और उसमें भारत की गति और प्रगति भी दिखायी देती है. बंगाल और ओडिशा में वंदे भारत प्रगति का प्रतीक बनेगी जो रेल यात्रा का अनुभव भी बदलेगी. कोलकाता से पुरी की यात्रा 6.30 घंटे में पूरी होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में 15 वंदे भारत ट्रेंने चल रही है. आज का नया भारत प्रौद्योगिकी भी खुद बना रहा है और नई सुविधाओं को तेजी से देश के कोने-कोने तक पहुंचा रहा है. वंदे भारत ट्रेन अब उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरब से लेकर पश्चिम तक, देश के हर किनारे को स्पर्श करती है.
प्रधानमंत्री ने पुरी और कटक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी. ओडिशा में रेल नेटवर्क के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित किया. प्रधानमंत्री ने इस दौरान संबलपुर-टिटलागढ़ रेल लाइन के दोहरीकरण, अंगुल और सुकिंदा के बीच एक नयी ब्रॉड गेज रेल लाइन, मनोहरपुर-राउरकेला-झारसुगुडा-जमगा को जोड़ने वाली तीसरी लाइन और बिछुपाली और झरतरभा के बीच एक नयी ब्रॉड-गेज लाइन का भी उद्घाटन किया. कार्यक्रम में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राज्यपाल गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी कार्यक्रम में मौजूद थे.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे ओडिशा में वंदे स्लीपर और वंदे मेट्रो शुरू करने की योजना बना रहा है. कैबिनेट मंत्री के अनुसार, ओडिशा में दूसरी वंदे भारत पुरी-भुवनेश्वर-कटक-अंगुल और राउरकेला रूट पर चलाने की योजना है. वैष्णव ने कहा कि दूसरी वंदे भारत अगली साल के जनवरी-फरवरी तक चलाई जाएगी. इसके लिए वह पीएम से अनुरोध करेंगे.
22895/22896 हावड़ा-पुरी-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस का नियमित संचालन 20 मई से शुरू होगा. सप्ताह में छह दिन चलने वाली ट्रेन हावड़ा से सुबह छह बजकर 10 मिनट पर खुलेगी और दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर पुरी पहुंचेगी. वापसी में यह पुरी से दोपहर एक बजकर 50 मिनट पर रवाना होगी और रात साढ़े आठ बजे हावड़ा पहुंचेगी. 16 कोच वाली यह ट्रेन खड़गपुर, बालासोर, भद्रक, जाजपुर क्योंझर रोड, कटक, भुवनेश्वर और खुर्दा रोड स्टेशनों पर रुकेगी.
ऐसे जाने वंदे भारत की सुविधाएं
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. ऑटो स्लाइडिंग दरवाजा, सीसीटीवी, 360 डिग्री घूमने योग्य आरामदायक कुर्सी, बायो शौचालय, कम कंपन, यात्रियों के लिए घोषणा सुविधा, दुर्घटना रोकथाम तकनीक से यह ट्रेन लैस है. वंदे भारत के लोकोमोटिव में 12,000 हॉर्सपावर है. एक वंदे भारत ट्रेन बनानेमें 115 करोड़ रुपये का खर्चआता है. लग्जरी वंदे भारत ट्रेन मेंकुल 16 डब्बेहैं. इनमें 14 इकोनॉमी एसी चेयरकार हैंऔर 2 कार्यकारी (एक्जि क्यूटिव) चेयरकार हैं. बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मेंखड़गपुर मंडल के डीआरएम मोहम्मद शुजात हाशमी ने बताया कि हावड़ा सेपुरी तक एक्जि क्यूटिव चेयरकार का किराया कैटरिंग मिलाकर 2400 रुपयेहै. बिना खानपान के 2245 रुपयेहै. वापसी का किराया क्रमशः 2595 रुपयेऔर 2245 (बिना खानपान) रुपयेहै.
ऐसा रहेगा गाड़ी का किराया
- एसी चेयर कार- 1,265 रुपये
- कैटरिंग चार्ज- 162 रुपये
- एग्जीक्यूटिव चेयर कार- 2420 रुपये
- कैटरिंग चार्ज- 195 रुपये
इन स्टेशन पर रहेगा स्टॉपेज
खड़गपुर, बालासोर, भद्रक, जाजपुर क्योंझर रोड, कटक, भुवनेश्वर और खुर्दा रोड