चेन्नई. वंदे भारत को अहमदाबाद से मुंबई के बीच दौड़ाने की तैयारी चल रही है. ट्रेन के अपग्रेडेड कोच का परीक्षण जल्द किया जायेगा. चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ICF ने वंदे भारत के नये कोच को ट्रायल रन किया है. इसमें रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव भी शामिल हुए. उन्होंने ट्रेन में चढ़कर उसके टक्कर रोधी उपकरणों की जानकारी ली तो कोच में सीटिंग अरेंजमेंट को भी देखा और समझा. कोच को यात्रियों के लिए और आरामदायक बनाया गया है. नयी ट्रेन वेर्स्टन रेलवे को दी जायेगी.
हालांकि अपग्रेडेड कोच की जांच अभी उत्तर भारत में की जायेगी. जांच में कई प्रक्रिया को पूरा किये जाने के बाद इसका परिचालन शुरू होगा. हालांकि रेलमंत्री की रुचि को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही वंदे भारत की अपग्रेडेट कोच पटरी पर उतार दी जायेगी. फ्रैक्सन की जांच में बैठने की जगह बालू की बोरियां रखी जायेगी ताकि यात्रियों की संख्या के अनुसार आक्सीलेशन को देखा जा सके. यह जांच आरडीएसओ की टीम करेगी. आरडीएसओ की स्वीकृति के बाद ट्रेन को स्पीड ट्रायल होगा. इसमें इसे 180 की रफ्तार पर चलाकर देखा जायेगा. हालांकि अब तक जो तथ्य सामने आये है कि उसके अनुसार वंदे भारत की अधिकतम रफ्तार 160 रहेगी.
यह माना जा रहा है कि गुजरात के आसन्न इलेक्शन को देखते हुए बंदे भारत को जल्द से जल्द अहमदाबाद से मुंबई के बीच व्यस्त मार्ग पर उतारा जायेगा. इसी मार्ग पर बुलेट ट्रेन का प्रोजेक्ट भी चल रहा है. आईसीएफ से बाहर निकलने के दौरान वंदे भारत के अपग्रेडेड कोच की कई तरह से जांच की जा रही है. नये अपग्रेड में भीतरी हिस्सों में कई बदलाव किये गये है. इसमें सीटों का रंग ब्लू होगा.
इस बार वंदे भारत के कोच में सुरक्षा को लेकर भी कई बदलाव किये गये हैं. इकोनामी क्लास की सीट को पहले की तुलना में अधिक आरामदेह बनाया गया है. इसमें प्लेटफॉर्म साइट कैमरा, सिग्वल एक्चेंज लाइन, इमरजेंसी वीडों के साथ एक्सलेरेशन को बढ़ाया गया है. मुंबई से अहमदाबाद 490 किलोमीटर की दूरी पर है. अभी ट्रेनें 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलती है जिससे समय अधिक लगता है. नयी वंदे भारत को पांच घंटे में मुंबई से अहमदाबाद ले जाने का लक्ष्य है.