Prayagraj. उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के स.महामंत्री रूपम पाण्डेय के नेतृत्व मे केंद्रीय अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन का असर अब दिखाई पड़ने लगा है. अस्पताल की व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन नजर आ रहे हैं. ऐसा दावा यूनियन के संयुक्त महामंत्री रूपम पांडे ने प्रेस बयान जारी कर किया है.
जारी बयान में रूपम पांडेय ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे के केन्द्रीय हास्पिटल मे उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने जुलूस के साथ दिनांक 03/06/2023 को प्रदर्शन कर चिकित्सा निदेशक को मांग पत्र सौंपा था. इसमें जिन मांगो मैं सुधार की मांग की गई थी इस पर अस्पताल प्रबंधन ने अमल करना शुरू कर दिया है इससे मरीजों को तत्काल राहत मिलने लगी है.
इन मुद्दो पर कार्रवाई की गई–
1- दवा वितरण प्रणाली मे सुधार किया गया पहले नर्मल काउंटर पर फिर छोटे स्टोर से फिर बची दवा बङे स्टोर से सभी जगह घण्टों की ला लगाकर दवा मिलती थी अब एक ही जगह सारी दवा मिल जाती है.
2 एच.एम.आई.एस. ऐप पर डाक्टर का लाईव क्यू स्टैटस नही दिखता था, अब दिखने लगा है जिससे मरीज़ो को यह पता चल जाता है कि कितना नम्बर डाक्टर देख चुके है और कितनी देर मे मरीज का नम्बर आने वाला है वो अपने घर-आफिस से समय पर आ जाते है.
3 एच.एम.आई.एस. ऐप पर डाक्टर का आन लाईन नम्बर बार कोड स्कैन करके लगाया जा सकता है.
4 विजिटिंग डाक्टर द्वारा पहले कम मरीजो को देखा जा रहा था अब सभी को देखा जाता है.
5. कुछ विजिटिंग डाक्टर द्वारा अपना पर्सनल क्लीनिक चलाने के लिये मरीजो की जांच ठीक से नही करते थे और उनसे यह कहते थे कि उनकी क्लीनिक पर आये तो ठीक जांच होगी इस पर सुधार कराया गया.
6. एक महिला डाक्टर द्वारा गर्भवती महिलाओ के साथ असभ्य व्यावहार और उनके दवा-जांच ठीक नही की जा रही थी इस मामले मे सुधार कराया गया.
7. विजिटिंग डाक्टर द्वारा जानबूझकर ऐसी दवा लिखी जाती थी की उनमे से बहुत सी दवाये रेलवे हास्पिटल उपलब्ध नही करा पाता था, और मरीजो को दवा नही मिल पाती थी उनसे विजिटिंग डाक्टर ये कहते थे कि ये दवा उनके पर्सनल क्लीनिक से खरीद ले जिससे उनको फायदा हो, संघ के दबाव मे सुधार किया गया और दवाये मिलने लगी है.
स.महामंत्री रूपम पाण्डेय ने बताया कि और ज्ञापन मे दी गई अन्य मांगो पर भी अतिशीघ्र कार्रवाई रेलवे हास्पिटल द्वारा किए जाने का आश्वासन दिया गया है.
प्रेस विज्ञप्ति