अमृतसर. उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल सहायक सचिव व गार्ड हरसिमरन सिंह और गार्ड राजकुमार मंगलवार 29 जनवरी की दोपहर स्टेशन अधीक्षक कक्ष में भिड़ गये. दोनों में जमकर हाथापायी हुई. यहां मारपीट को सहकर्मियों ने छुड़ा दिया तो दोनों फिर से स्टेशन पर आकर आमने-सामने आ गये. दो सीनियर मोस्ट गार्ड और उसमें भी एक यूनियन के जिम्मेदारी पदाधिकारी होने के बावजूद यात्रियों के बीच लड़ रहे रेलकर्मियों ने स्टेशन और रेलवे की छवि को ही दाग लगाया है.
दिलचस्प बात यह रही कि घटना स्टेशन अधीक्षक के दफ्तार में शुरू होकर स्टेशन प्लेटफार्म तक पहुंच गयी. दोनों गार्डों ने एक-दूसरे पर गलत नीयत से हमला करने का आरोप लगाते हुए रेल थाना में मामला दर्ज कराया है. इस मामले की जांच के आदेश डीआरएम ने दिया है.
घटना दोपहर करीब एक बजे स्टेशन सुपरिटेंडेंट कक्ष में घटी. यहां गार्ड हरसिमरन सिंह जो यूआरएमयू का सहायक सचिव है पहले से वहां मौजूद थे. तभी लोन के लिए स्टेशन अधीक्षक से मिलने राजकुमार पहुंचे. दोनों में व्यंग से शुरू हुआ विवाद बातचीत से होता हुआ हाथापायी पर पहुंच गया. दोनों ने एक-दूसरे मुक्के से वार करना शुरू कर दिया. यह देखकर वहां भीड़ जमा हो गयी. हंगामा सुनकर कई रेलकर्मी वहां पहुंच गये और दोनों को हटाया. हालांकि कुछ देर बाद ही प्लेटफार्म पर फिर से दोनों भिड़ गये. इसके बाद रेलकर्मियों के बीच की यह लड़ाई यात्रियों के बीच आम हो गयी. विवाद बढता इससे पूर्व रेल थाना के पदाधिकारी ने आकर मामला सुलझाया और दोनों केा अपनी-अपनी शिकायत दर्ज कराने को कहा.
गार्ड हरसिमरन सिंह और राजकुमार ने रेल थाना में अपनी-अपनी ओर से दी शिकायत में जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है. दोनों गार्डो के बीच विवाद के कारणों पर सहकर्मियों ने भी चुप्पी साध ली है. दोनों पक्ष के लोग मुंह खोलकर कुछ बताने को तैयार नहीं है. हालांकि रेलवे ने गंभीरता से लेते हुए मामले में जांच बैठा दी है.