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पुरानी पेंशन के नाम पर रेलकर्मियों को ठगने की तैयारी में है यूनियनें

पुरानी पेंशन के नाम पर रेलकर्मियों को ठगने की तैयारी में है यूनियनें
  • अलग-अलग संगठनों ने रेलकर्मियों को मूर्ख बनाने की कर ली है तैयारी

पुरानी पेंशन के नाम पर रेलकर्मियों को ठगने की तैयारी में है यूनियनेंआलोक चन्द्र प्रकाश. अभी हाल ही में रेलवे के मान्यता प्राप्त फेडरेशनों तथा यूनियनों ने 13 मार्च, 2019 को पुरानी पेंशन बहाली के लिए जन्तर मन्तर पर आन्दोलन के लिए रेल कर्मचारियों का आह्वान किया था, परन्तु रेल कर्मचारियों ने इसे दिखावा के अलावा कुछ नहीं समझा. पुरानी पेंशन बहाली के लिए सार्थक प्रयास कर रही संस्था नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) लगातार 2016 से संघर्ष कर रही है जिसके परिणामस्वरूप NPS में कई सुधार किये जा चुके हैं परन्तु कर्मचारी इससे संतुष्ट नहीं है और केवल और केवल पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि हमें पुरानी पेंशन व्यवस्था ही चाहिए ना कि NPS में सुधार. NMOPS के अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण मीटिंग सरकार के साथ हो चुकी है परन्तु मौजूदा सरकार कर्मचारियों के शोषण पर आमदा है.

रेल कर्मचारियों को NMOPS के बैनर में लाने का प्रयास Indian Railways Employees Federation (IREF) ने किया तथा Front Against NPS in Railways (FANPSR) का गठन कर रेलवे के कई अलग-अलग संगठनों को एक मंच पर खड़ा कर पुरानी पेंशन की बहाली के आन्दोलन को जनसैलाब में परिवर्तित कर दिया. इसमें Front Against NPS in Railways (FANPSR) के राष्ट्रीय संयोजक अमरीक सिंह जी ने अहम भूमिका निभाई. वहीं अलग-अलग जोन में तथा सभी मंडलों में कार्य कर रही Indian Railways S&T Maintainers’ Union (IRSTMU) ने Front Against NPS in Railways (FANPSR) को नि:स्वार्थ समर्थन देते हुए Indian Railways S&T Maintainers’ Union (IRSTMU) के महासचिव आलोक चन्द्र प्रकाश ने पश्चिम रेलवे में पश्चिम रेलवे कर्मचारी पुरानी पेंशन संघर्ष समिति (WRECMOPS) की स्थापना की तथा पश्चिम रेलवे में इसे एक जन आन्दोलन में परिवर्तित कर दिया है.

सभी कर्मचारी अपनी आत्मा की आवाज़ सुने कि पुरानी पेंशन रूपी दफ़न कर दिए गए मुद्दे को आज किन लोगों ने संघर्ष कर बलिदान देकर अपना सर्वस्व न्योछावर वापस धरातल पर ला कर खड़ा कर दिया है. मात्र चुनावी स्टंट करने वालों से हम सभी रेल कर्मचारियों को सावधान रहना चाहिए तथा सच्चे मन से काम कर रही Front Against NPS in Railways (FANPSR) का साथ देना चाहिए.

वहीं Indian Railways S&T Maintainers’ Union (IRSTMU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार ने दक्षिण मध्य रेलवे में जन आन्दोलन का नेतृत्व करते हुए खुल कर NMOPS झारखंड का साथ दिया है. दूसरी ओर IRSTMU के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय शंकर ने ईस्टर्न रेलवे तथा ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे में Front Against NPS in Railways (FANPSR) का नेतृत्व संभाल रखा हैं.  NMOPS तथा Front Against NPS in Railways (FANPSR) के साथ मिलकर विभिन्न कर्मचारी संगठनों से जो जन आन्दोलन तैयार हुआ है उसी के परिणाम स्वरूप दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 26 नवम्बर, 2018 को NMOPS के आह्वान पर रामलीला मैदान में हुई रैली का हिस्सा बने तथा उसी दिन दिल्ली विधानसभा की विशेष बैठक बुला कर राज्य कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली के लिए अध्यादेश पारित कर दिया. अब गेंद केन्द्र सरकार के पाले में है. यही नहीं पंजाब तथा असम राज्य की सरकारों ने राज्य सरकार के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने की दिशा में कदम उठाना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं कांग्रेस की ओर से श्रीमती प्रियंका गांधी के हस्तक्षेप के बाद 2019 के मैनीफेटो में पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली की मांग को शामिल किया जा रहा है.

नये नेतृत्व से घबराये फेररेशन घड़ियानी आंसू बहा रहे

इन गतिविधियों से घबराई रेलवे के मान्यता प्राप्त फेडरेशनों तथा यूनियनों ने 13 मार्च, 2019 को मगरमच्छिया आंसू बहाने का काम किया तथा कर्मचारियों को बेवकूफ बनाने के लिए साज़िश रची. वैसे तो यूनियन के किसी बड़े नेता का जन्म दिवस तो बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है और पोस्टर भी लगाए जाते हैं परन्तु इतना बड़ा आन्दोलन करने के लिए एक भी पोस्टर यूनियनों की ओर से नहीं लगाया गया जिससे कर्मचारी खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. वहीं पुरानी पेंशन के मुद्दे को भुनाने में रेलवे के कुछ छोटे मोटे और संगठन भी लगे हैं जिसमें RMU बढ़ चढ़ कर पुरानी पेंशन के मुद्दे को भुनाने में लगी है.

Front Against NPS in Railways (FANPSR) के पश्चिम रेलवे के संयोजक आलोक चन्द्र प्रकाश ने पश्चिम रेलवे के कर्मचारियों से ऐसे झांसे में न आने के लिए अनुरोध किया है तथा पुरानी पेंशन बहाली के लिए अब तक किये गये सार्थक प्रयासों का हवाला देते हुए अपील की है कि पहले आप सभी कर्मचारी अपनी आत्मा की आवाज़ सुने कि पुरानी पेंशन रूपी दफ़न कर दिए गए मुद्दे को आज किन लोगों ने संघर्ष कर बलिदान देकर अपना सर्वस्व न्योछावर वापस धरातल पर ला कर खड़ा कर दिया है. मात्र चुनावी स्टंट करने वालों से हम सभी रेल कर्मचारियों को सावधान रहना चाहिए तथा सच्चे मन से काम कर रही Front Against NPS in Railways (FANPSR) का साथ देना चाहिए.

लेखक Indian Railways S&T Maintainers Union (IRSTMU) के महासचिव व पश्चिम रेलवे कर्मचारी पुरानी पेंशन संघर्ष समिति (WRECMOPS) के संस्थापक है.

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