रेलवे कर्मचारियों को डीए व नाइट ड्यूटी आलाउंस दिया जाये-कॉ. सर्वजीत सिंह
पुनीत सेन, नई दिल्ली
इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फ़ेडरेशन (IREF) से सम्बद्ध ऐक्टू के आह्वान पर देश भर में डीए की मांग करते हुए काला दिवस मनाया गया. इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के महासचिव कॉमरेड सर्वजीत सिंह ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार कि मजदूर – किसान – छात्र नौजवान विरोधी नीतियों की वजह से देश के मेहनतकश लोगों में भारी आक्रोश और नाराज़गी है. विगत दो महीने के अंदर 23 सौ से भी ज्यादा रेल कर्मचारियों ने कोविड महामारी के समय देश सेवा में रेल का परिचालन करते हुए अपनी शहादत दी है, लेकिन हमारी सरकार शहीद रेल कर्मचारियों को कोरोना वैरियर्स मानने को तैयार नही है.
कोविड -19 संकट में अपनी जान की परवाह किए बगैर रेल का परिचालन करने वाले रेल कर्मचारियों को जहां सरकार की तरफ से अतिरिक्त भत्ता मिलना चाहिए था, वहीं कर्मचारियों को हमेशा से मिलने वाले नाइट ड्यूटी आलाउंस, डी ए को मनमाने ढंग से रोक रखा है, जिसके खिलाफ तमाम कार्यरत युवा रेल कर्मचारी साथियों के गोलबंदी करते हुए शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक तरीके से सरकार द्वारा तय कोविड-19 दिशा निर्देश का पालन करते हुए डीए दिए जाने की मांग, काला बैज, प्ले कार्ड के साथ, काला दिवस मानते हुए विरोध प्रदर्शन किया है.
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि सरकार के चौतरफ़ा हमलों का मुकाबला सामूहिक एकता के साथ ही किया जा सकता है, इसीलिए हमने सभी भारतीय रेलवे कार्यरत सभी कैटोरिगल एसोसिएशन /यूनियन/ फेडरेशन इत्यादि जो गैर मान्यता प्राप्त है लेकिन संघर्षकारी है उनसे हम लगातार संवाद करते हुए एक बड़ी एकता बना रहे है, कॉमरेड सर्वजीत सिंह ने 26 जून को एनएमओपीएस और फ्रंट अगेंस्ट एन पी इन रेलवे द्वारा री स्टोर एन पी एस ट्यूटर अभियान को सफल बनाने की अपील की.
ऐक्टू के राष्ट्रीय सचिव डॉ कमल उसरी ने कहा कि इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन अपने जन्म काल से रेल हित में देश हित में संघर्ष करता रहा है, उत्पादन इकाइयों के निगमीकरण, एन पी एस, रेल कर्मचारियों को कोरोना वैरियर्स घोषित करने की मांग हो, नाइट ड्यूटी आलाउंस, डी ए, स्टेडियम सहित जनता की सवारी गाड़ी रेलवे के निजीकरण के खिलाफ चलने वाली ऐतिहासिक संघर्ष की जिम्मेदारी उठाने की बात हो इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के बहादुर नेतृत्वकारी साथी फासीवादी निज़ाम के दमनकारी नीतियों से डरे बग़ैर लगातार संघर्ष कर रहे है.
उन्होंने कहा राष्ट्रपति आज स्पेशल ट्रेन से उत्तर मध्य रेलवे जोन के कानपुर सेंट्रल,अनवरगंज स्टेशन आए हुए है, हम उनका स्वागत करते हुए कहना चाहते है कि वो जनता की सवारी गाड़ी रेलवे को जिसकी रेल पटरिया देश की सिरा धमनी है, को बिकने से बचाये जिससे राष्ट्रपति जी पुनः रेलवे की यात्रा कर सकें. उसरी ने बरेली में रेल कर्मचारी राजेश कुमार राठौर (35) को बैंक सिक्योरिटी गार्ड द्वारा गोली मारने की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना को देश में जागरुकता बगैर जबरन नियम-कानून थोपने से उपजे माहौल का नतीजा करार हैं. इसी तरह की घटनाएं तब भी हुईं थी जब खुले में शौच को लेकर सरकार ने आम लोगों पर दबाव बनाया तब कई हत्याएं हुईं थीं. जिसमें राजस्थान में हमारे साथी जफर की हत्या हो गई थी.
डीए की मांग के समर्थन में विरोध प्रदर्शन आर सी एफ़ कपूरथला, एम सी एफ़ पटियाला, नार्थ सेंट्रल रेलवे प्रयागराज, आगरा, झांसी, पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर में वाराणसी, लखनऊ, बरेली, उत्तर रेलवे नई दिल्ली, जगाडरी वर्कशॉप, जगाडरी, लखनऊ, सुल्तानपुर, जौनपुर, अंबाला, उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर, पूर्व मध्य रेलवे पंडित दीन दयाल उपाध्याय मुग़ल सराय, रक्सौल, धनवाद, गोमो, पटना, रेणुकूट, समस्तीपुर, चितरंजन, बी एल डब्लू वाराणसी, एम सी एफ़ रायबरेली, ईस्ट कोस्ट रेलवे में खुर्दा, भुवनेश्वर,पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर, कटनी, उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर, पूर्व रेलवे कोलकाता, दक्षिण पूर्व रेलवे खड़गपुर, हावड़ा, आंद्रा, इत्यादि जगह कार्यक्रम हुआ.
प्रेस विज्ञप्ति