नई दिल्ली. भारतीय रेल राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों में दो और पैसेंजर कोच जोड़ने जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही ट्रैवल टाइम को भी कम किया जाएगा. इसके लिए ट्रेन में ट्विन इंजन लगाए जाएंगे. इससे ट्रेन अपने गंतव्य पर 1 घंटा पहले पहुंच सकेगी. साथ ही कोच की संख्या बढ़ाए जाने के अधिक लोगों को इस ट्रेन में सफर का मौका मिलेगा. इसका ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है. 13 फरवरी को दिल्ली-मुंबई राजधानी में दो इंजन लगाए गए थे. इस ट्रायल में देखा गया की ट्रेन 106 मिनट समय से पहले पहुंची. इसके बाद रेलवे ने फैसला लिया कि सभी राजधानी ट्रेनों में ट्विन इंजन लगाए जाएंगे. रेलवे की माने तो दो इंजन लगाने का प्रयोग सफल रहा. रेलवे के इस नए फैसले से इसकी आय में बढोतरी होगी.
17 घंटों में तय किया 1,543 किलोमीटर का सफर
बता दें कि अभी राजधानी में 22 कोच होते हैं जिसमें 1200 पैसेंजर सफर करते हैं यानि इन कोच को बढ़ाकर 24 कर दिया जाएगा. भारतीय रेल के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन ने 7 फरवरी को ट्विन इंजन को प्रमाणित कर दिया था. इंजन में बदलाव के बाद पहले ट्राइल रन में ट्रेन ने दिल्ली से मुंबई की 1,543 किलोमीटर के सफर को 17 घंटों में तय किया था.
इंजन को हटाने-लगाने की परेशानी खत्म
एक इंजन के आगे रहने और एक के पीछे रहने से ट्रेन की गति को बढ़ाया जा सका है. रेलवे के बड़े अधिकारियों के अनुसार ये प्रोजेक्ट पूरी तरह से मेक इन इंडिया है. इससे यात्रियों पर किराए का कोई बोझ नहीं बढ़ाया जाएगा. स्पीड बढ़ेगी और यात्रा का समय भी कम हो जाएगा. इसके बाद ट्रेन के इंजन को हटाने और लगाने की परेशानी भी खत्म होगी. इसके लिए भारतीय रेल अधिक इंजन बनाने की तैयारी में जुट गया है. बता दें कि राजधानी भारत क सबसे तेज गति वाली ट्रेनों में से एक है. ऐसे में ये फैसला लोगों का काफी असर डालने वाला है.
सोर्स : वन इंडिया