राजस्थान के नागौर में ट्रैक पर काम करने के दौरान हीटवेव की चपेट में आकर ट्रैकमैन धर्माराम (32) की मौत हो गयी. वह गच्छीपुरा इलाके में काम कर रहा था. धर्माराम की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. सहयोगी उसे अस्पताल ले गये वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि धर्माराम परिवार का इकलौता सहारा था.
रेलकर्मी कैलाश प्रजापत ने बताया कि धर्माराम धायल रविवार सुबह पटरियों पर काम कर रहा था. अचानक उसने तबीयत बिगड़ने की बात बतायी. उसका शरीर जल रहा था. वह बेहोश हो गया. उसे गच्छीपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को पुलिस ने परिजनों के हवाले कर दिया है.
बताया जाता है कि धर्माराम ने 2013 में रेलवे की सेवा शुरू की थी. गर्मी को लेकर लगातार मिल रही दिशानिर्देशों की अवहेलना कर ट्रैक पर बिना पर्याप्त उपाय के काम कराने को लेकर ट्रैकमैन की बात से सहयोगियों में आक्रोश है. डॉक्टरों का कहना है कि धर्माराम की बीपी और पल्स रेट गिर गयी थी. मुंह से झाग निकल रहा था. ये लक्षण हीट स्ट्रोक के हैं.