- नाइट पेट्रोलिंग की जांच करने निकले रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी
नई दिल्ली. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहनी दिल्ली में बादली स्टेशन के पास से चार किमी रेलवे ट्रैक पर चलाकर देखा कि लाइनमैन कैसे काम करते हे. उनके हालात कितने कठिन है और उनके जूते, उनकी वर्दी, उन्हें मिले उपकरण, उसके उपयोग और नये उपकरणों या आवश्यकताओं की जरूरत को भी जाना, समझा. नाइट पेट्रालिंग में लोहनी ने रेलकर्मियों की जरूरतों को भी महसूस किया.
सर्दी शुरू होने से पूर्व अपने रुटीन निरीक्षण में रेलवे ट्रैक पर पैदल चलकर उन्होंने जमीनी हकीकत जानने व समझने की कोशिश की. निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत में लोहानी ने कहा कि सर्दी के मौसम में हमारा ट्रैकमैन (लाइन मैन) कड़ी चुनौती से गुजरता है. वह पटरी पर चलकर न केवल उसकी सुरक्षा को देखता है, बल्कि हजारों-लाखों रेल यात्रियों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाता है. लोहानी ने बताया कि उन्होंने ट्रैक मैन की कार्य चुनौतियों को महसूस किया है, इसलिए वे रेल पटरी और उसकी सुरक्षा में लगे लोगों के काम और डयूटी के दौरान उनके सामने आने वाली चुनौतियों को निकट से जानने-समझने के लिए खुद पटरी पर चलने का निर्णय लिया.
दिल्ली में बादली स्टेशन के पास अपने जमीनी निरीक्षण में चेयरमैन सीधे ट्रैप चले और लाइनमैन के कठिन हालात को देखा. उन्हें मिले संसाधन व उपकरणों की आवश्यकताओं को भी समझने की कोशिश की. अश्विनी लोहानी ने बताया कि जब आप अपने विभाग के जमीन पर काम करने वाले लोगों के साथ होते हैं तो न केवल उनका हौसला बढ़ता है, बल्कि वास्तविकता का सही अंदाजा भी लगता है. उनकी वास्तविक जरूरतों, उनकी चुनौतियों का भी एहसास होता है.