- ECR CFTM संजय कुमार की छह लाख रुपये घूस लेने के क्रम में हुई थी गिरफ्तारी
- जांच के क्रम में SrDOM समस्तीपुर व सोनपुर को भी सीबीआई टीम ने उठाया
- पटना सीबीआई ने छह नामजद समेत अन्य के खिलाफ दर्ज किया एफआईआर
- जोन से लेकर डिवीजन तक लाखों रुपये रिश्वत देने के आरोपों की चल रही जांच
पटना. सीबीआई/एसीबी की टीम ने ईस्ट सेंट्रल रेलवे जोन के CFTM/ECR संजय कुमार समेत SrDOM/SPJ रुपेश कुमार और SrDOM/SEE सचिन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. यह गिरफ्तारी जोन से लेकर डिवीजन तक रैक के आवंटन में भ्रष्टाचार के मामले में की गयी है. सीबीआई ने जारी विज्ञप्ति में CFTM/ECR संजय कुमार को उनके कार्यालय से छह लाख रुपये घूस लेते पकड़े जाने का खुलासा किया है. समस्तीपुर और सोनपुर सीनियर डीओएम SrDOM/SPJ रुपेश कुमार और SrDOM/SEE सचिन मिश्रा की गिरफ्तारी सीबीआई ने की है.
सीबीआई/एसीबी पटना ने 31 जुलाई 2022 को केस आरसी0232022ए0008 रिजस्टर्ड किया है. इसमें CFTM/ECR संजय कुमार, SrDOM/SPJ रुपेश कुमार, SrDOM/SEE सचिन मिश्रा के अलावा मेसर्स आभा एग्रो इंडस्ट्रीज व एक्सपोर्ट, कोलकाता के नवल लधा, मेसर्स आभा एग्रो इंडस्ट्रीज के मनोज लधा और देशबंधू पारा, बलदोरिया, दलकोला, गोलपोखर, उत्तर दिनाजपुर के मनोज कुमार साहा समेत अन्य को आरोपी बनाया है. सीबीआई ने 16 स्थानों पर की गयी छापेमारी में 46.50 लाख रुपये जब्त किया है. इसके अलावा कोलकाता के एक व्यवसायी के एसयूवी कार से ईसीआर के विभिन्न अधिकारियों को दी जाने वाली नकदी वाले छह लिफाफों में 29 लाख (लगभग) रूपये भी जब्त किये गये है.
CBI ARRESTS A CHIEF FREIGHT TRANSPORTATION MANAGER (IRTS-1996) OF EAST CENTRAL RAILWAY & FOUR OTHERS INCLUDING TWO SENIOR DOMs OF ECR IN A BRIBERY OF Rs. SIX LAKH AND RECOVERS RS. 46.50 LAKH (APPROX.) DURING SEARCHES
सीबीआई की विज्ञप्ति
सीबीआई ने साफ किया है कि CFTM/ECR संजय कुमार, SrDOM/SPJ रुपेश कुमार, SrDOM/SEE सचिन मिश्रा के अलावा पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर), के कई अधिकारी माल लोडिंग के लिए रेलवे रैक के आवंटन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर रहे थे. ये सभी अधिकारी चुनिंदा वेंडरों से सांठ-गांठ कर रैक आवंटन समेत अन्य अनियमितता कर अनुचित लाभ ले रहे थे. इसमें नवल किशोर लधा और उनकी फर्म मेसर्स आभा एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को अनुचित लाभ हर माह मोटी रकम लेकर पहुंचाने का आरोप है.
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अब तक सामने आयी सूचनाओं के अनुसार SrDOM/SPJ रूपेश कुमार को 24.05.2022 को 4 लाख रुपये 27.06.2022 को 6 लाख रुपये का भुगतान नवल लधा ने अपने चालक मनोज साहा के माध्यम से किया था. उसी तरह SrDOM/SEE सचिन मिश्रा को 24.05.2022 को 6 लाख, और 11.06.2022 को 3.5 लाख का भुगतान किया गया. CFTM/ECR संजय कुमार को 24.05.2022 को 10 लाख और 20.06.2022 को 10 लाख का भुगतान किया गया. यह हर माह चलने वाली प्रक्रिया थी.
पटना सीबीआई ने CFTM/ECR संजय कुमार, SrDOM/SPJ रुपेश कुमार, SrDOM/SEE सचिन मिश्रा समेत छह नामजद व अन्य के खिलाफ दर्ज किया एफआईआर. रैक आवंटन में अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप@GM_ECRly @RailMinIndia @IR_CRB @CVCIndia @AshwiniVaishnaw
— Railhunt (@railhunt) August 1, 2022
सीबीआई की पूछताछ में यह बात सामने आयी कि 30.07.2022 को नवल लधा ने मनोज लधा और बजरंग लधा को पटना, सोनपुर और समस्तीपुर में 23.5 लाख रुपये अलग-अलग लिफाफे में भरकर अधिकारियों को भुगतान करने के लिए भेजा था. इसमें 6 लाख रु. 6 लाख रु. 5 लाख रु. 3 लाख रु. 2.75 लाख रु. 50,000/- और रु. 25,000 रुपये ईसीआर के विभिन्न अधिकारियों को वितरित करने के लिए भेजे गये थे.
सीबीआई द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी