- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में गैर-वातानुकूलित सवारी डिब्बों के निर्माण का किया खुलासा
New Delhi. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को संसद में कहा कि रेलवे की 10,000 गैर-वातानुकूलित सवारी डिब्बों के विनिर्माण की योजना है.
उन्होंने कहा कि मेल व एक्सप्रेस रेलगाड़ियों की संरचना संबंधी मौजूदा नीति के तहत 22 डिब्बों की रेलगाड़ी में सामान्य और स्लीपर श्रेणी के 12 गैर-वातानुकूलित डिब्बों और आठ वातानुकूलित डिब्बों का प्रावधान है. वैष्णव ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड महामारी के कारण 2019 से 2024 के बीच यात्री यातायात में काफी भिन्नता थी.बहरहाल, भारतीय रेल विभिन्न संरचना के साथ विभिन्न प्रकार की नियमित समय-सारणी वाली गाड़ियों जैसे उपनगरीय, कम दूरी की पैसेंजर गाड़ियों, लंबी दूरी/मेल एक्सप्रेस/सुपरफास्ट गाड़ियों का परिचालन करती है.
वैष्णव ने कहा, ‘‘मौजूदा नीति के अंतर्गत मेल/एक्सप्रेस रेलगाड़ियों की संरचना के संबंध में 22 डिब्बों की गाड़ी में 12 सामान्य श्रेणी और स्लीपर श्रेणी के गैर- वातानुकूलित रेलडिब्बों और आठ वातानुकूलित रेलडिब्बों का प्रावधान है, जिससे सामान्य और गैर-वातानुकूलित स्लीपर कोच के यात्रियों को अधिक स्थान मिलता है.
उन्होंने कहा कि इस समय रेलगाड़ी सेवाओं के परिचालन के लिए उपयोग किए जा रहे कुल सवारी डिब्बों में से दो -तिहाई गैर-वातानुकूलित और एक-तिहाई वातानुकूलित हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल ने अमृत भारत रेलगाड़ी सेवाओं का परिचालन भी शुरू कर दिया है जो यात्रियों को उच्च गुणवता वाली सेवाएं प्रदान करने वाली पूर्ण रूप से गैर-वातानुकूलित रेलगाड़ियां हैं.
उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई मांग को ध्यान में रखते हए भारतीय रेल ने सामान्य श्रेणी और शयनयान श्रेणी के सवारी डिब्बों सहित 10,000 गैर-वातानुकूलित सवारी डिब्बों के विनिर्माण की योजना बनाई है.
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