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मान्यता प्राप्त यूनियनों की सहमति से ही लागू हुई थी न्यू पेंशन स्कीम, झूठी लड़ाई लड़ रहे इनके नेता : कुन्दन

मान्यता प्राप्त यूनियनों की सहमति से ही लागू हुई थी न्यू पेंशन स्कीम, झूठी लड़ाई लड़ रहे इनके नेता : कुन्दन
  • पुरानी पेंशन के मुद्दे पर राजनीति हावी हो चुकी है, इस राजनीति में कर्मचारी पिस रहे : मनोज यादव 

KANPUR. उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ कानपुर इकाई ने जोनल कोषाध्यक्ष कुन्दन सिंह है कि रेलवे की मान्यता प्राप्त यूनियनों की सहमति से ही सरकार ने न्यू पेंशन स्कीम लागू किया था. अब इन फेडरेशनों के नेता ओल्ड पेंशन स्कीम के नाम पर झूठी लड़ाई लड़ रहे है.  भारतीय मजदूर संघ ने पहल कर सरकारी कर्मचारियों को बोनस दिलवाया है. अब संगठन का लक्ष्य पुरानी पेंशन स्कीम दिलवाना है. भारतीय मजदूर संघ ही यह कर सकता है.

सहायक मंडल मंत्री मनोज यादव के साथ कर्मचारी संघ के नेताओं ने उप मुख्य यातायात प्रबंधक, कानपुर सेंट्रल को वित्त मंत्री को संबोधित पत्र सौंपने के बाद आयोजित बैठक में यह विचार रखा. मालूम हो कि सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय परिसंघ संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के दिशा निर्देश पर पूरे देश में गेट मीटिंग, आमसभा, धरना प्रदर्शन, रैली कर कर्मचारियों को जागरूक करते हुए वित्त मंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया जा रहा है. भारतीय रेलवे मजदूर संघ की ओर से सभी 17 जोन व उत्पादन इकाईयों से यह पत्र भेजा गया है. इसी क्रम में कानपुर में भी स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष सिंह के माध्यम से वित्त मंत्री को संबोधित कर ज्ञापन सौंपा गया.

इस मौके पर उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ कानपुर इकाई ने जोनल कोषाध्यक्ष कुन्दन ने कहा कि मान्यता प्राप्त यूनियन की सहमति से ही न्यू पेंशन स्कीम आई थी और उस समय से अभी तक इनके राष्ट्रीय नेता इसमें ट्रस्टी बने बैंठे है. अब ये कर्मचारियों के बीच पुरानी पेंशन की लड़ाई ईमानदारी से नहीं लड़ रहे हैं. अभी तक उच्च स्तरीय लेवल पर इनका काम शून्य है ये केवल आम कर्मचारियों के बीच पेंशन की झूठी लड़ाई लड़ रहे हैं जबकि भारतीय मजदूर संघ कई बार वित्त मंत्री से वार्ता कर न्यू पेंशन स्कीम में सुधार करवा चुके हैं और पुरानी पेंशन के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं.

सहायक मंडल मंत्री मनोज यादव ने कहा कि सरकार अंतिम वेतन का 50 प्रतिशत के साथ डीए पर राजी हो चुकी है. परन्तु मान्यता प्राप्त युनियन के अड़ंगा के कारण लागू नहीं हो पा रही है. हमारा मानना है कि पहले सरकार जो दे रही है वो ले लिया जाए फिर लड़ाई भी जारी रहे जब तक पुरानी पेंशन लागू ना हो जाए. परन्तु अब पुरानी पेंशन के मुद्दे पर राजनीति हावी हो चुकी है और इस राजनीति में कर्मचारी पिस रहे हैं. आज के प्रतिनिधिमंडल में कुन्दन सिंह वीरू, मनोज यादव, प्रदीप सिंह राणा, सोनू कुमार, मोहित कुमार, संजय गुप्ता, संजय रावत, संजय यादव, आनंद कुमार, करण सिंह यादव, संकेत सुमन त्रिपाठी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

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