KHARAGPUR. “विभाजन के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता. हमारी लाखों बहनें और भाई विस्थापित हुए और कई लोगों ने नासमझ नफरत और हिंसा के कारण अपनी जान गंवाई. हमारे लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में, 14 अगस्त को विभाजन भयावह स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा.”
15 अगस्त 2021 को लाल किले पर प्रधान मंत्री के भाषण को ध्यान में रखते हुए, 14 अगस्त को “विभाजन भयावह स्मृति दिवस” के रूप में मनाए जाने की घोषणा करते हुए, पूरे देश में विभाजन भयावह स्मृति दिवस मनाया गया.
विभाजन विभीषिका दिवस की परिकल्पना विभाजन से पीड़ित लाखों लोगों की पीड़ा, पीड़ा और दर्द को सामने लाने के लिए की गई है. यह देश को पिछली शताब्दी में मानव आबादी के सबसे बड़े विस्थापन की याद दिलाने के लिए है, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की जान भी गई थी.
विभाजन प्रभावित लोगों की पीड़ाओं को प्रदर्शित करने के लिए, खड़गपुर मंडल ने 09 स्टेशनों पर प्रदर्शनियों का आयोजन किया है, अर्थात्: शालीमार, संतरागाछी, मेचेदा, खड़गपुर, मिदनापुर, बालेश्वर, जलेश्वर, झारग्राम और घाटशिला ताकि विभाजन की भयावहता की झलक प्रदर्शित की जा सके.
विभाजन के समय रेलवे की भूमिका पर प्रकाश डालने वाली तस्वीरें और कागज़ की कतरनें यात्रियों और रेल उपयोगकर्ताओं के लिए प्रदर्शन पर रखी गईं. विभाजन के दर्द और पीड़ा को प्रदर्शित करने के लिए इन स्टेशनों पर नाटक, देशभक्ति गीत, नुक्कड़ नाटक आयोजित किए गए.
प्रेस विज्ञप्ति