- खानपान स्टाल के वेंडर भी धड़ल्ले से कर रहे गैस सिलेंडर व हीटर का प्रयोग
Madurai Train Fire. मदुरै की घटना ने ट्रेनों में अवैध रूप से ज्वलनशील पदार्थ ले जाने की घटनाओं को लेकर चिंता बढ़ा दी है. हालांकि अगर देखा जाये देश के कई बड़े स्टेशनों पर आज भी वेंडर धड़ल्ले से गैस सिलेंडर व हीटर का प्रयोग विभिन्न कारणों के लिए कर रहे हैं. यह सब उस स्थिति में हो रहा है जबकि कामर्शियल और आरपीएफ के अधिकारी 24 घंटे यहां निगरानी में होते है.
ताजा उदाहरण गोरखपुर रेलवे स्टेशन का सामने आया है. दैनिक जागरण में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यहां प्लेटफार्म संख्या-आठ के पूर्वी छोर पर दंपती बच्चों के साथ बैठकर गैस सिलेंडर पर खाना पका रहा था. बगल में ही प्लेटफार्म संख्या-नौ पर गोरखधाम एक्सप्रेस खड़ी थी. इस घटना पर किसी ने संज्ञान नहीं लिया. यह दंपती कुशीनगर से आया था और झोले में ही सिलेंडर और अन्य सामग्री प्लेटफार्म पर ले आया था. ये वेंडर थे जो स्टेशन व ट्रेनों फेरी करते हैं.
यही नहीं खानपान स्टाल के वेंडर भी धड़ल्ले से गैस सिलेंडर व हीटर का प्रयोग कर रहे हैं. अगर कभी आग धधकी तो तो स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. स्टेशनों पर गैस सिलेंडर का उपयोग अब भी किया जा रहा है.
हालांकि रेलवे खानपान स्टाल और पेंट्रीकार में सिर्फ इंडक्शन चूल्हे के प्रयोग को ही अनुमति देता है. इसके बाद भी नियमों की अनदेखी कर यह सब किया जा रहा है. खासकर स्टेशनों पर आरपीएफ की मेहरबानी से चलने वाले अवैध वैंडर तो धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल करते हैं. यह कहा जा रहा है कि अगर रेलवे प्रशासन और सुरक्षाबलों ने सतर्कता दिखाई होती तो शायद मदुरै वाली दुर्घटना नहीं होती.
बताया जाता है कि लखनऊ से कोच चेन्नई के लिए रवाना हुआ था उसमें गैस सिलेंडर व दूसरे ज्वलनशीन पदार्थ थे. इसकी जांच आरपीएफ या कामर्शियल के लोगों ने की ही नहीं थी. परिणामस्वरूप यही सिलेंडर नौ लोगों को असमय काल के गाल में पहुंचाने का कारण बन गया.