- चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक ने एसएंडटी के सेफ्टी सेमिनार में अभिभावक बनकर रेलकर्मियों को दिखायी राह
- परेशानी में निराश नहीं होने, विवाद से निबटने और तनावमुक्त जीवन जीने का बताया तरीका
कुमार मनीष, जमशेदपुर
चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार साहू ने एक बार फिर अपने चिर परिचित अंदाज में रेलकर्मियों को तकनीकी रूप से स्मार्ट बनने, तनावमुक्त होकर ड्यूटी करने और भावपूर्ण जीवन जीने की सलाह दी है. मौका था टाटानगर रेलवे ऑफिसर्स क्लब में आयोजित एसएंडटी मेंटेनर्स यूनियन के सेफ्टी सेमिनार का, लेकिन ज्यों ही डीआरएम ने अपना संबोधन शुरू किया सेमिनार का थीम ही बदल गया. सेमिनार पूरी तरह काउंसेलिंग मीटिंग बन गयी. एक अभिभावक के रूप में डीआरएम ने बिना रुके एक के बाद एक रेलकर्मियों को जीवन को तनावमुक्त होकर जीने का टिप्स दिया तो कार्य स्थल पर बेहतर करने के लिए तकनीकी रूप से दक्ष व स्मार्ट बनने की सीख भी दी. सेमिनार में उपस्थित बड़ी संख्यामें रेलकर्मी मंत्रमुग्ध होकर डीआरएम की बातों को सुनते रहे. इस दौरान डीआरएम ने अपने जीवन के हर पहलू और अनुभव को रेलकर्मियों के बीच उदाहरण के साथ साझा किया.
सिग्नल व टेलीकम्यूनिकेशन के कर्मचारियों से डीआरएम ने ईमानदारी से अपना काम करने को प्रेरित करते हुए कहा कि वह काम करें उनके ग्रीवांस को रेल प्रशासन देखेगा. डीआरएम ने एसएंडटी कर्मियों को तकनीकी रूप से दक्ष होने की बात कही. इसके लिए ट्रेनिंग के महत्व को समझाया. मेंटेनर्स यूनियन की मांगों पर फोकस करते हुए डीआरएम विजय कुमार साहू ने कहा कि एलडीसी समेत एमएसीपी के मामले को वह देखेंगे और इसमें फंड को कहीं बाधा नहीं बनने देंगे. वहीं यूनियन के कर्मचारियों से बातचीत में डीआरएम ने कहा कि रेलवे का लक्ष्य विस्तृत है. अभी 6000 गाड़ियां चल रही है हमारा लक्ष्य 7000 गाड़ी चलाने का है. हमारा प्रयास है कि ट्रेनों को 400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचाया जाये. यह काम हम सेवानिवृत्ति के पहले करके दिखाना चाहेंगे. सेमिनार में वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता सत्येंद्र सिंह ठाकुर ने संकेत एवं दूरसंचार विभाग को रेलवे की आंख व कान बताया. उन्होंने भी कर्मचारियों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने को प्रोत्साहित किया.
सुरक्षित रेल परिचालन के लिए सिगनल टेलीकॉम सेफ्टी विभाग का बहुत योगदान : सांसद
सेफ्टी सेमिनार में मौजूद सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि सग्नल विभाग का बड़ा रोल रेल परिचालन में होता है. इसमें अगर कोई चूक हो जाती है, तो बड़ा हादसा हो सकता है. उन्होंने कहा कि चक्रधरपुर मंडल सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला मंडल है, बावजूद यहां के कर्मचारियों को सुविधा उतनी नहीं मिलती है. उन्होंने एसएंडटी कर्मियों के रिस्क एंड हार्डशीप अलाउंस के लिए सरकार से बात करने की बात कही. कहा कि इसके लिए वह जीएम से लेकर सभी पदाधिकारियों से मिलेंगे और जरूरत पड़ने पर रेलमंत्री और चेयरमैन के सामने भी बात रखी जायेगी. सांसद ने बजट सत्र में रिक्स एवं हार्डशिप एलाउंस एवं नाईट फेलियर गैंग की स्थापना मांग संसद में पेश करने की बात भी कही. सम्मेलन का उद्घाटन सांसद विद्युत महतो, जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष महबूब यू सिंधी, राष्ट्रीय सचिव आलोक चंद्र प्रकाश आदि ने किया.
रेलवे का लक्ष्य विस्तृत है. अभी 6000 गाड़ियां चल रही है हमारा लक्ष्य 7000 गाड़ी चलाने का है. हमारा प्रयास है कि ट्रेनों को 400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचाया जाये. यह काम हम सेवानिवृत्ति के पहले करके दिखाना चाहेंगे.
विजय कुमार साहू, डीआरएम, चक्रधरपुर
कर्मचारियों की जागरूकता के लिए सम्मेलन की जरूरत : आलोकचंद्र
संघ के राष्ट्रीय सचिव आलोक चंद्र प्रकाश ने कहा कि हर महीने एक न एक एसएनटी विभाग के कर्मचारी रन ओवर हो जाते हैं. ऐसी दुर्घटना नहीं हो व कर्मचारियों सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह का सम्मेलन किया जाता है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दोपहर के वक्त कर्मचारी काम करने के बाद रात्रि में कार्य के लिए चले जाते हैं, जिससे दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से मांग पत्र के माध्यम से नाइट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना की मांग की गयी. इसके साथ ही सांसद व डीआरएम को संघ के पदाधिकारियों ने अपनी 18 सूत्री मांग से संबंधित ज्ञापन सौंपा. इस दौरान संघ के कई पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे. सम्मेलन में चक्रधरपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता सत्येंद्र सिंह ठाकुर जी, सहायक मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता सत्यम कुमार, यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम बदन यादव, कोटा मंडल सचिव दिनेश चौधरी, दानापुर मंडल मंडल उपाध्यक्ष अरविंद कुमार चक्रधरपुर मंडल के मंडल अध्यक्ष रंजीत कुमार आदि ने सक्रिय रूप से हिस्सेदारी निभायी.
समारोह में कोटा मंडल, लखनऊ मंडल, दानापुर मंडल, आद्रा मंडल एवं चक्रधरपुर मंडल के सभी यूनिट के संकेत व दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों ने भाग लिया. इस मौके पर टाटा यूनिट के अनिल सिंह, लाल बहादुर सिंह, विजीत, प्रशान्त, राजेश यादव, विकास, सत्यनारायण, दिलीप, रामलीलन राय, प्रमोद, ब्रजेश, रामू मुर्मू, रेखा, विस्वजीत घोष, दुर्गेश, विक्रम सिंह, आईडी प्रसाद, पी वेंकट, संजीव कुमार सिंह, कृष्णा शर्मा, राजखरसावां एवं डीपीएस यूनिट से रामलगन प्रसाद, शशि भूषण, सुनिल तथा विपुल महतो, चक्रधरपुर से रंजीत, अमित, अजित, संजय पान्डे, हादू सामद, गगन घनघोर एवं लोकनाथ का योगदान रहा.
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