- हूटर बाजकर सुबह 10.30 बजे दी गयी ट्रेन एक्सीडेंट की सूचना, भागे-भागे पहुंचे अधिकारी-कर्मचारी
- सलगाझड़ी वेस्ट केबिन के पास स्पेशल ट्रेन नंबर 08852 की दुर्घटनाग्रस्त के बयाव का सीन किया क्रियेट
जमशेदपुर. टाटानगर में 20 फरवरी शनिवार को ट्रेन दुर्घटना का मॉक ड्रिल कर सतर्कता तैयारियों को परखा गया. इस क्रम में सिक लाइन सलगाझड़ी वेस्ट केबिन के पास ट्रेन दुर्घटना का सीन क्रियेट किया गया. सुबह 10.30 बजे पांच बार हूटर बजाकर ट्रेन एक्सीडेंट की जानकारी दी गयी. हूटर की आवाज सुनते ही रेलवे अधिकारी और कर्मचारी भागे-भागे स्टेशन पहुंचे. यहां बताया गया कि सलगाझड़ी वेस्ट केबिन के पास स्पेशल ट्रेन नंबर 08852 दुर्घटनाग्रस्त हो गयी है. इसके बाद आनन-फानन में राहत व बचाव दल को मौके पर रवाना किया गया.
मौके पर एसी वन की बोगी पलटने और स्लीपर की एस11 बोगी के उसके ऊपर चढ़ जाने का सीन क्रियेट किया गया था. बोगी के अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए रेलवे रिलीफ टीम व एनडीआरएफ की टीम ने राहत व बचाव शुरू किया. उस दौरान रेलवे स्वास्थ्य टीम घायलों को इलाज करने में जुटी गयी. मॉक ड्रिल में डॉक्टरों ने बोगी से निकाले गये 20 यात्रियों को मृत करार दिया. मॉक ड्रिल में सबसे दिलचस्प सीन गर्भवती महिला यात्री का रहा जिसका ट्रेन में ही प्रसव हो गया और वह बोगी में फंसी थी. दुर्घटना में मां व बच्चे की मौत हो गयी. इस अभियान में डीआरएम विजय कुमार साहू, पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त सूरज कुमार, सीनियर डीसीएम विजय यादव, एरिया मैनेजर विनोद कुमार, बीडीओ प्रवीण कुमार, डिप्टी कमांडर एनडीआरएफ अभिषेक कुमार राय व प्रभारी सिविल सर्जन डॉ एके लाल भी मौके पर पहुंचे थे. रेलवे की ओर से आरपीएफ, जीआरपी, रेल हॉस्पिटल, स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम, सिविल डिफेंस की टीम ने अपनी भूमिका निभायी.
मॉक ड्रिल की डीआरएम ने कमियों की समीक्षा की और बागबेड़ा पुलिस के घटना स्थल पर देर से पहुंचने पर नाराजगी जतायी गयी. मॉक ड्रिल के सफल रहने पर डीआरएम ने शामिल टीमों के लिए पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपये देने की घोषणा की. यह राशि मॉक ड्रिल में शामिल सभी संस्थाओं के बीच वितरित की जायेगी.