- विजिलेंस की घेराबंदी में नवर्स होकर कर बना दी गलत टैली, अधिक दर्ज हो गये 255 रुपये
- टाटानगर के अलावा आदित्यपुर में भी की गयी जांच, अनियमितता दर्ज कर ले गयी टीम
जमशेदपुर. चक्रधरपुर रेलमंडल के टाटानगर स्टेशन पर बुधवार 16 जनवरी को फिर से कोलकाता से आयी जोनल रेलवे विजिलेंस टीम ने धावा बोला. प्रवीण कुमार राय की अगुवाई में आयी टीम ने बुकिंग के काउंटर नंबर दो और छह को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू की. जांच मे छह नंबर काउंटर पर 3255 रुपये अधिक मिले जबकि दूसरे काउंटर नंबर दो पर 65 रुपये कम. विजिलेंस टीम ने दोनों आकड़ों को दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. हालांकि जोनल विजिलेंस की कार्रवाई के एक निर्दोष कर्मचारी के समन्वय की कमी के कारण बली चढ़ जाने की बात कही जा रही है.
रेलहंट को मिली जानकारी के अनुसार काउंटर नंबर छह पर 12 बजे से बुकिंगकर्मी साई कृष्णा ने डयूटी ज्वाइन की थी. डयूटी ज्वाइन करने के आधे घंटे बाद ही विजिलेंस टीम काउंटर पर आ धमकी. विजिलेंस ने एक साथ काउंटर नंबर दो पर साई कृष्णा और काउंटर नंबर छह पर एक महिला कमी का कैश क्लोज कराकर जांच शुरू कर दी. साइ कृष्णा के काउंटर पर उस समय तीन हजार का अतिरिक्त कैश था. यह कैश डयूटी शुरू करने के लिए उसने सहयोगी काउंटर से लिया था जो आम तौर पर बुकिंग में सामान्य प्रक्रिया होती है. ऐसा इसलिए कि काउंटर पर बैठते ही रेजगी की समस्या यात्रियों के साथ होती है और खुचरा पैसा नहीं होने की स्थिति में यात्रियों को लौटने पर विवाद उत्पन्न हो जाता है. माना जा रहा है कि विजिलेंस टीम ने ने नियम के विपरीत दूसरे काउंटर से कैश लेने के लिए इसे चूक को रिकार्ड कर लिया.
विजिेलेंस ने साइ कृष्णा को काउंटर कैश की टैली बनाने को कहा. अचानक हुई घेरांबदी से घबराये साइ ने हड़बडी में जो टैली बनायी उसमें 255 रुपये अधिक निकल आये. दिलचस्प बात यह है कि कर्मचारी के कैश को विजिलेंस ने न तो स्वयं जांच की न ही सुपरवाईजर से क्रास कराया. बताया जाता है कि क्रास काउंटिंग में बाद में कैश सही मिला. हालांकि विजिलेंस टीम ने 255 रुपये अधिक पाये जाने का केस कार्रवाई के लिये रिकार्ड कर लिया है. उधर काउंटर नंबर छह पर जांच में 65 रुपये कम होने की बात सामने आयी. उसे भी कार्रवाई के लिए रिकार्ड कर लिया गया है.
विजिलेंस की कार्रवाई के बाद रेलकर्मियों में यह चर्चा होती रही कि अगर साइ कृष्णा के कैस को अगर सुपरवाइजर ने क्रास किया होता तो शायद उसी समय कैस सही होने की बात सामने आ जाती. विजिलेंस टीम ने आदित्यपुर में भी जांच की लेकिन वहां किसी अनियमितता के पकड़े जाने की खबर नहीं है.