- आरपीएफ की महिला जवान ने समय रहते पीछे खीच लिया, वरना कुछ भी संभव था
जमशेदपुर से मनीष. टाटानगर स्टेशन पर आरपीएफ की महिला जवानों की सक्रियता से शुक्रवार की शाम एक महिला यात्री की जान बच गयी है. महिला यात्री बड़बिल-हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस से कोलकाता जाने वाली थी. हालांकि प्लेटफॉम नंबर चार पर सीढ़ी से नीचे उतरने से पहले ही ट्रेन रवाना हो चुकी थी. आनन-फानन में हाथ में लिये सामानों के साथ विनीता कुमारी ने जनशताब्दी की एक बोगी में चढ़ने का प्रयास किया लेकिन उनक पैर फिसल गया और वह बैग के साथ वह चलती ट्रेन के साथ लग रही प्लेटफॉर्म के बीच की जगह में गिरने लगी. यह संयोग ही था कि वहीं खड़ी आरपीएफ की महिला जवान ने उसका बैग पकड़कर उसे पीछे खीच लिया. अगर पल भर की देरी होती तो विनीता की जान जा सकती थी.
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घटना टाटानगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर लगभग पांच बजे घटी. विनीता ने चलती जनशताब्दी एक्सप्रेस में हाथों में बैग के साथ चढ़ने का प्रयास किया. उसे ट्रेन में चढ़ने का प्रयास करता देख मौके पर मौजूद आरपीएफ की महिला जवान शालू सिंह एवं पुष्पा महतो ने सचेत किया लेकिन ट्रेन पर सवार होने की जल्दी में विनीता ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया. इस बीच वह ट्रेन पर सवार होने लगी और अनियंत्रित होकर गिर पड़ी. आरपीएफ की एक महिला जवान ने उन्हें बैग समेत पीछे खीच लिया. तभी एक युवक दौड़ता हुआ आया और उसने विनीता के बैग को संभाला.
यह पहला मौका नहीं है जब किसी आरपीएफ जवान ने यात्री को ट्रेन से गिरते हुए बचाया है. टाटानगर ही नहीं देश के छोटे-बड़े कई स्टेशन पर ये घटनाएं हो चुकी है जिसमें आरपीएफ के जवानों ने जान जोखिम में डालकर यात्रियों को जान बचायी. यह वहीं टाटानगर स्टेशन है जहां के आरपीएफ प्रभारी पर एक कारोबारी ने वसूली के लिए दुर्व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगाये है. जिसकी गूंज रेलवे बोर्ड तक पहुंच चुकी है.
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