- 1972 से लेकर 2010 बैच तक के 250 छात्र-छात्राओं के महाजुटान में शिक्षक भी बने सहभागी
- एक-दूसरे को जानन-पहचानने और पुरानी यादों को सहेजने में जुटे रहे, नम हुई सबकी आंख
- अमरीका के ईलियोनस (चिकागो के पास मोलिन) से आये प्रतीम पाठक ने बांटी खुशियां
जमशेदपुर से तापस चट्टराज
टाटानगर दक्षिण पूर्व रेलवे मिश्रित उच्च विद्यालय, बागबेड़ा रेलवे कालोनी का इतिहास काफी पुराना और एतिहासिक रहा है. यहां से पासआउट छात्र-छात्राएं आज देश ही नहीं विदेशों में भी अहम पदों पर आसीन है और उनमें कई तो अब सेवानिवृत्ति हो चुके हैं अथवा उसके करीब है. 29 मई 2022 रविवार को स्कूल के बंगला मीडियम के छात्रों ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करने के लिए एकदिवसीय पुनर्मिलन उत्सव का आयोजन टाटानगर रेलवे इंस्टीट्यूट हाल में किया.
सुबह से लेकर शाम तक चले इस उत्सव में स्कूल के 1972 से लेकर 2010 बैच तक के 250 छात्र-छात्राओं का महाजुटान हुआ. इस सुखद पल के सहभागी शिक्षक भी बने. भूतपूर्व शिक्षक-शिक्षिकाओं ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. छात्र-छात्राओं ने अपने गुरुओं को पुष्प देकर सह स्मारक देकर सम्मानित किया. इस एतिहासिक पल के लिए कार्यक्रम की आयोजक टीम ने कड़ी मशक्कत से शिक्षकों की खोज की और एक-एक कर गुरुदक्षिणा के रूप में शिक्षक अजित कुमार सोम, पंचानन मजुमदार, मीरा बासु, विजय कृष्ण राज को इस पल का गवाह बनाया.
इसके बाद पूरी टीम शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ उस स्कूल परिसर में पहुंची जहां उन्होंने बचपन के दिख गुजारे है. S.E.R.M.H,School, Tatanagar के परिसर में यह पल काफी भाव विह्वल करने वाला रहा जब एक-दूसरे को जानन-पहचानने और पुरानी यादों को सहेजने में सबकी आंखों नम हो गयी. हालांकि गुब्बारा उड़ाकर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने इस बोझिल पल को खुशियों में बदल दिया. अपने पुराने स्कूल भवन में पहुंचकर शिक्षक-छात्रों ने पूरानी यादों को ताजा किया तो घंटों उसमें खोये रहे. यहां बताते चले कि इस स्कूल को रेलवे ने 31 मार्च 2022 से स्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है.
आयोजन के लिए बनायी गयी कोर कमेटी में अनिल दास, अर्पिता पोद्दार, ज्योतिर्मय रक्षित, पल्लव मुखर्जी, रतन पाल, श्यामश्री चक्रवर्ती, पीयुष, सुभाशिष पाल, संजीव साहा, सपन कुमार बैद्ध, कौशिक घोषाल, तापस चट्टराज आदि ने कठित परिश्रम कर 1972 से लेकर 2010 बैच तक के 250 छात्र-छात्राओं की सूची बनायी और उन्हें खोज निकलकर इस पल का गवाह बनाया. रेलहंट से इस पल को 1975 बैच के छात्र तापस चट्टराज ने साझा किया. तापस रेलवे से सेवानिवृत्त गार्ड हैं. कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पूर्ववर्ती प्रतीम पाठक (1976 बैच) अमरीका का ईलियोनस (चिकागो के पास मोलिन के रहने वाले) भी यहां पहुंचे थे.
टाटानगर में पुनर्मिलन उत्सव का गवाह बना यह पल