- पत्थरबाजी के स्थान और कारणों की तफ्दीश तक नहीं करायी गयी
रेलहंट ब्यूरो, जमशेदपुर
ट्रेनों पर पत्थर बरसाये जा रहे है, गरीबरथ, शताब्दी, वंदेभारत एक्सप्रेस के बाद चक्रधरपुर रेलमंडल के सीनी-टाटा स्टेशनों के बीच अहमदाबाद एक्सप्रेस पर पत्थर बरसाये गये. पत्थरबाजी में स्लीपर कोच एस1 में 26, 27, 28 बर्थ पर सवार यात्रियों को चोटें आयी जिनका इलाज टाटानगर स्टेशन पर किया गया. घटना के बाद से रेल प्रशासन मौन है. अब तक पत्थरबाजी को लेकर कोई पहल रेलवे की ओर नहीं की गयी है. इसे आम घटना मानकर यह इंतजार किया जा रहा है कि फिर से किसी ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटना हो और यात्रियों के जख्मी होने के बाद कार्रवाई की जाये.
दिल्ली मार्ग की सुपरफास्ट ट्रेनों में पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद आरपीएफ व रेलवे के उच्चाधिकारियों ने अलर्ट जारी करते हुए तत्काल कदम उठाया था और चिहिन्त स्थानों पर पोस्टर लगाकर स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर ऐसी घटना दोबारा होती है तो रेलवे लाइन किनारे की झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों को कोई राहत नहीं मिलेगी. कामोवेश गम्हरिया में जिस स्थान पर अहमदाबाद एक्सप्रेस में पत्थरबाजी की गयी है वहां भी झुग्गी-झोपड़ियां है और आसपास अवैध अबादी भी निवास करती है. आम तौर पर ट्रेनों पर पत्थरबाजी की घटनाओं को रेलवे लाइन किनारे रहने वाले झुग्गी-झोपड़ियां के बच्चे खेल-खेल में अंजाम दे देते है. उन्हें यह पता नहीं होता कि इससे कितनी बड़ी परेशान यात्रियों को हो रही है. बहरहाल रेल प्रशासन ने बड़ी सहजता से इस घटना को दबा दिया और बात मीडिया तक में नहीं आयी.
ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाओं को हल्के से ले रहे रेलवे अधिकारी यह भूल रहे है कि ऐसी घटनाओं में कई बार यात्रियों की जान तक पर बन आती है. अब तक रेलवे की ओर से अहमदाबाद एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटना में कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है न ही स्थल को चिहिन्त कर वहां के लोगों से पूछताछ की गयी है. इस मामले को सिर्फ रिपार्ट दर्ज कर इति श्री कर लिया गया है. रेलवे की ओर से न तो इलाकों में चेतावनी आदेश जारी किया न ही घटना को रोकने के लिए जागरूकता के लिए कोई पहल की गयी. अब रेलवे पत्थरबाजी की दूसरी घटना का इंतजार कर रहा है.