रेलहंट ब्यूरो, जमशेदपुर
रेलवे में निजीकरण की चल रही लहर के बीच रेलवे बोर्ड द्वारा पोस्ट सरेंडर करने के फरमान से खलबली मच गयी है. हालांकि रेलवे ने अपने सुधारवादी बयान में यह स्पष्ट किया है कि नये किसी प्रावधान से किसी की नौकरी नहीं जायेगी अलबत्ता कर्मचारियों की कार्य संस्कृति में बदलाव संभव है. रेलवे के इस फरमान का सबसे अधिक असर रेलवे यूनियनों की साख पर पड़ा है जिनसे बिना पूछे एक के बाद एक निर्णय रेलवे बोर्ड स्तर पर लिये जा रहे हैं. इससे एक ओर जहां रेलवे के फेडरेशन सकते में हैं वहीं रेलकर्मी अब यूनियनों की भूमिका पर सवाल उठाने लगे है. उधर, रेलवे यूनियनों ने भी रेलवे बोर्ड और के खिलाफ मोर्चा खोलते ही विरोध के स्वर तेज कर दिये हैं.
दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन ने टाटानगर में मंगलवार 14 जुलाई को रेलवे बोर्ड के फरमान के विरोध में अपने सहयोग संगठन ऑल इंण्डिया लोको पायलट एसोसिएशन के साथ मिलकर टाटानगर लॉबी, मेन सिक्क लाइन तथा इंजीनियरिंग गैंग के रेलकर्मियों को लड़ाई के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. यूनियन नेताओं ने रेलवे बोर्ड के फरमान के विरोध में रेलकर्मियों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की बात कही. मेंस यूनियन के उपाध्यक्ष शिवजी शर्मा ने कहा कि सरकार रेलवे को बर्बाद करने पर तुली है. सरकार हर माह कुछ न कुछ कर्मचारियों के विरोध में फरमान जारी कर रही है जो कर्मचारियों के खिलाफ है. सरकार हर सरकारी क्षेत्र के उपक्रम को बेंच कर पूंजिपतियों को मालामाल करना चाहतीं हैं. सरकार के इस मंसूबे को हम कर्मचारी कभी पूरा नहीं होने देंगे. यूनियन के मंडल संयोजक जवाहरलाल ने अपने बयान में कहा कि अब सरकार से लड़ाई करने का समय आ गया है. इसके लिए सभी संगठनों को एक प्लेटफॉर्म पर आना होगा. सरकार के खिलाफ एकता बनाकर ही हम रेलवे में निजीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ सकेंगे.
यह भी पढ़ें : रेलवे अप्रेंटिस करने वालों को देगा नौकरी की गारंटी, एआईआरएफ को सीआरबी ने दिया आश्वासन
प्रदर्शन में एलारसा के महासचिव पारस कुमार ने मेंस यूनियन की पहल का स्वागत किया और कहा कि उनका संगठन इस लड़ाई में साथ है. सरकार के खिलाफ एकता बनाकर हमें लड़ना होगा. उन्होंने ने कहा कि सरकार शुरू से ही कर्मचारी विरोध में काम करती आयी है. अटल जी के समय पेंशन खत्म किया, अब नौकरी खत्म करने की प्लानिंग चल रही है. लेकिन हम इसमें सरकार को सफल नहीं होने देंगे. रनिंग शाखा के मंडल सचिव एमके सिंह ने सभी साथियों से समाजिक दूरी बनाए सभा को सफल बनाने का अनुरोध किया और इसके लिए संक्रमण के काल में भी बड़ी संख्या में मिले सहयोग के लिए कर्मचारियों का आभार जताया. प्रदर्शन में तापस चट्टराज, अनंत प्रसाद, विश्वजीत पाल, बालक दास, एके सिंह, संजय सिंह, एमपी गुप्ता, बाबू राव, अरुण प्रसाद समेत अन्य रेलकर्मी शामिल थे.