जमशेदपुर. टाटानगर-बादामपहाड़ सेक्शन के इलेक्ट्रिफाइड होने के बाद टाटानगर से मेमू कोच की रवानागी तीन दिन पहले ही शुरू हो गयी है. हालांकि इसका विधिवत उद्घाटन तीन दिन बाद 20 अप्रैल को जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो से रेलवे अधिकारियों ने कराया. सांसद विद्युत वरण महतो और विधायक मंगल कालिंदी ने संयुक्त रूप से टाटानगर से बादामपहाड़ के लिए मेमू रैक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
रेलवे की कार्यप्रणाली में इन दिनों कार्य करने से अधिक दिखाने की होड़ चली है. योजनाओं को बढ़ा-चढ़ा का पेश किया जा रहा है. रेलमंत्री के आउटपुट देने के निर्देश से रेलवे अधिकारी भी प्रेसर में है. इस बीच जनप्रतिनिधियों के साथ मधुर संबंध बनाये रखने का दबाव ऊपर से आ रहा है. शायद यही कारण रहा कि ट्रेन के शुरू होने के बाद सांसद को बुलाकर उसके उद्घाटन की औपरचारिता पूरी की गयी.
हालांकि उद्घाटन के मौके पर सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को नया रूप प्रधानमंत्री की अगुवाई में दिया जा रहा है. इसमें कई कार्य हो रहे हैं. तमाम अनमैंड रेलवे फाटक को बंद किया जा रहा है. डीजल की कीमतों को देखते हुए सभी मार्गों का इलेक्ट्रिफिकेशन किया जा रहा है ताकि इंधन के खर्च में बचत हो सके. उन्होंने अनुरोध किया और आशा जतायी कि रेलमंत्री व प्रधानमंत्री के प्रयास से ओडिशा के भुवनेश्वर व कोयंझर तक डबल लाइन बिछाये जाने से यहां के यात्रियों को सीधे ओड़िशा तक पहुंच हो जायेगी उन्हें खड़गपुर नहीं जाना होगा.
अपने संबोधन में मंगल कालिंदी ने भी रेलवे के प्रयास की सराहना की और बताया कि इलेक्ट्रिफिकेशन का फायदा लोगों को मिलेगा. उन्होंने रेलवे से अनुरोध किया कि टाटानगर की मुख्य सड़क के मरम्मत के लिए वह स्वीकृति दे क्योंकि सरकार से उसके लिए फंड का आवंटन हो चुका है. इस मौके पर रेलवे अधिकारी व भाजपा-झामुमो के नेता भी मौजूद थे.