- डीआएम ने गेंद सीपीओ के पाले में डाली, कोलकाता जाकर मिलेंगे यूनियन नेता
- रेलवे बोर्ड चेयरमैन के सामने तार्किक अंदाज में होगा एपीओ बंद करने का विरोध
जमशेदपुर से धमेंद्र. टाटानगर एपीओ कार्यालय को चक्रधरपुर शिफ्ट करने के विरोध में रेलवे मेंस यूनियन की अगुवाई में कई संगठन एकजुट होकर सामने आ गये है. एपीओ कार्यालय को गोपनीय नीति के तहत बंद करने की प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए 24 घंटे में दूसरी बार रेलवे मेंस यूनियन समेत ओबीसी, एएलआरएसए, एससी-एसटी एसोसिएशन, गार्ड काउंसिल और रिटायर कर्मचारी संघ के नेताओं ने एपीओ कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया. नेताओं ने चक्रधरपुर जाकर डीआरएम छत्रसाल सिंह से भी मुलाकात की और अपनी बातों को रखा.
डीआरएम ने रेलवे नेताओं को डिजिटल इंडिया कॉन्सेपट के तहत सभी रेलकर्मियों को ऑनलाइन सेवा और शिकायतों का निष्पादन सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया. उनका कहना था कि एपीओ कार्यालय का काम चक्रधरपुर शिफ्ट करने के बाद सभी रेलकर्मियों को सीधे सीनियर डीपीओ के संपर्क में कर दिया जायेगा और उनकी समस्याओं और शिकायतों का निवारण डायरेक्ट हो सकेगा. हालांकि रेलवे मेंस यूनियन के नेताओं ने डिजिटल इंडिया के इस कॉन्सेप्ट को नकारते हुए डीआरएम से अनुरोध किया कि वह पहले यह व्यवस्था चक्रधरपुर में अमल में लाकर दिखाये ताकि रेलकर्मियों को संतोष हो जाये, इसके बाद इसे कहीं और लागू किया जाये.
रेलवे मेंस यूनियन के केंद्रीय उपाध्यक्ष शिवजी शर्मा ने डीआरएम को बताया कि चक्रधरपुर रेलमंडल में कुल 23000 रेलकर्मी है जिनमें मात्र 4000 टाटानगर में है. इस तरह 19000 रेलकर्मी चक्रधरपुर मंडल मुख्यालय से जुड़े है जिन्हें अब तक प्रोपर सेवा नहीं मिल पा रही है. ऐसे में यह उम्मीद कैसे की जाये कि टाटानगर से एपीओ कार्यालय हटा लिये जाने पर वहां के 4000 रेलकर्मियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों की शिकायतों को त्वरित निवारण हो जायेगा. रेलवे यूनियन नेताओं के तर्कों के बाद डीआरएम ने मामला सीपीओ के पाले में डालते हुए कहा कि मुख्य कार्मिक अधिकारी कोलकाता से जो आदेश आयेगा उसे ही वह मान लेंगे. इसके बाद रेलवे मेंस यूनियन नेताओं ने कोलकाता जाकर मुख्य कार्मिक अधिकारी के सामने अपनी बात रखने की तैयारी की है. इससे पूर्व टाटानगर एपीओ कार्यालय पर रेलवे मेंस यूनियन, ओबीसी, एएलआरएसए, एससी-एसटी एसोसिएशन, गार्ड काउंसिल और रिटायर कर्मचारी संघ के नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन कर प्रबंधन के निर्णय को चुनौती दी. प्रदर्शन में एमके सिंह, बीके ठाकुर, आनंद प्रसाद, बाबू राव, आरएन सिंह, संजय, एके सिंह सहित आदित्यपुर व टाटा के कई रेल कर्मचारी शामिल थे. रेलवे मेंस यूनियन नेताओं ने कहा है कि एक सितंबर को चक्रधरपुर आ रहे रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विन लोहानी के सामने अपनी बात रखी जायेगी.
मालूम हो कि चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधन ने टाटानगर एपीओ कार्यालय को क्लोज डाउन करने की प्रक्रिया शुरू करते हुए बीते दिनों आदेश जारी कर एपीओ कार्यालय में तैनात कुल 23 में से 18 कर्मचारियों को तबादला कर दिया है. फौरी तौर पर पांच कर्मचारियों को यहां बनाये रखा गया है. एपीओ कार्यालय के 18 कर्मचारियों का तबादला सीनी व चक्रधरपुर किया गया है. इसके बाद रेलकर्मी आंदोलित हैं.
रेलवे ने गुपचुप नीति के तहत एपीओ कार्यालय को बंद करने की प्रक्रिया शुरू की है. इसके लिए किसी भी यूनियन से सलाह नहीं ली गयी है. रेल प्रबंधक के इस निर्णय का कड़ा विरोध किया जायेगा.
जवाहरलाल, मंडल संयोजक, रेलवे मेंस यूनियन