- वंदे भारत एक्सप्रेस की सहायक लोको-पायलट के रूप में देश में बनायी अपनी पहचान
- एट-होम रिसेप्शन में शामिल होने के आमंत्रण पर कहा- मेल आया तो विश्वास नहीं हुआ
Jamshedpur. टाटानगर से वंदेभारत ट्रेन को चलाने वाली पहली आदिवासी महिला लोको पायलट रीतिका तिर्की को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गणतंत्र दिवस के दौरान सम्मानित करेंगी. गणतंत्र दिवस की शाम राष्ट्रपति भवन में होने वाले एट होम रिसेप्शन में उनको शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति भवन का इ-मेल पहले आया, तो लगा कोई फर्जी इ-मेल है, लेकिन बाद में डाक से जब राष्ट्रपति भवन का गणतंत्र दिवस की शाम को होने वाले एट-होम रिसेप्शन में शामिल होने का आमंत्रण मिला है. तब विश्वास हुआ कि सही में बुलाया गया है. जैसे यह पत्र मिला, तो लगा कि कोई सपना देख रही हैं. यह भावना व्यक्त किया है वंदे भारत ट्रेन चलाने वाली पहली महिला लोको पायलट रितिका तिर्की का.
रितिका तिर्की सोमवार को टाटानगर के लोको रनिंग रूम में पत्रकारों से बातचीत कर रही थी. उनके साथ टाटानगर के एरिया मैनेजर अभिषेक सिंघल, मुख्य चालक नियंत्रक कृष्णा प्रसाद जायसवाल, चालक नियंत्रक सामान्य सीके सिंह समेत अन्य लोग मौजूद थे. रितिका तिर्की ने कहा कि वे इसे लेकर काफी उत्साहित हैं. देश भर से लोग उनको बधाई दे रहा है. गांव में जब गयी थी, तब इस ट्रेन को चलाने के बाद लोग मिलने आये थे. उन्होंने महिलाओं या लड़कियों से अपील की कि काम बेहतर करें, मन लगाकर करें, चाहे छोटा काम हो या बड़ा काम, लेकिन काम शिद्दत से करें तो सफलता भी मिलेगी. मौका भी मिलेगा. मौके पर एरिया मैनेजर अभिषेक सिंघल ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि यहां की महिला पायलट राष्ट्रपति के बुलावे पर जा रही हैं. उनको जाने और आने में दिक्कत नहीं हो, इसके लिए पूरा इंतजाम कराया गया है.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक है रितिका
गौरतलब है कि 27 वर्षीय रितिका तिर्की जुगसलाई में अस्थायी निवास करती है. वह गुमला की रहने वाली है. वह वंदे भारत एक्सप्रेस की लोको-पायलट के रूप में देश की पहली आदिवासी महिला बनने का गौरव हासिल की हैं. रितिका के परिवार में उनके माता-पिता और उनके चार भाई-बहन हैं. रितिका ने अपनी स्कूली शिक्षा रांची से पूरी की. उन्होंने रांची के बीआइटी मेसरा से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया. उनकी पहली पोस्टिंग धनबाद डिवीजन के अंतर्गत चंद्रपुरा, बोकारो में हुई. साल 2021 में रितिका का तबादला टाटानगर हो गया. साल 2024 में उन्हें सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर पदोन्नत कर दिया गया. उनके पति मार्शल सोरेन है, जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे है.