- स्टेशन निदेशक के नेतृत्व में चला अभियान, यात्रियों ने दिखायी सक्रियता
रेलहंट ब्यूरो, जमशेदपुर
टाटानगर स्टेशन पर 9 सितंबर को चलाये गये अभियान में रेलवे प्रशासन की ओर से यात्रियों को प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए जागरूक किया गया. अभियान में स्टेशन के स्टाल संचालकों और यात्रियों को यह बताया कि प्लास्टिक दैनिक उपयोग में आसान जरूर है लेकिन यह जीवन और सेहत के लिए कितना खतरनाक है. प्लास्टिक को रेलवे ने बैन कर रखा है जिसका उपयोग करने पर यात्रियों से 500 रुपये तक जुर्माना वसूल किया जा जा सकता है. स्टेशन के स्टाल संचालकों को भी किसी भी रूप में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की चेतावनी दी गयी. डिप्टी एसएस कॉमर्शियल एसके पति ने बताया कि ऐसा करने पर उन्हें पांच हजार रुपये तक का जुर्माना किया जा सकता है.
स्टेशन निदेशक एचके बालमुचू की अगुवाई में चलाये गये अभियान में स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से लेकर चार-पांच और दो-तीन में यात्रियों और स्टाल संचालकों को नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया गया. इस दौरान रेलवे की ओर से जारी पंपलेट का भी वितरण किया गया जिसमें यात्रियों के लिए उपयोग जानकारी दी गयी है. इसमें स्वच्छता अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया है. बताया गया है खुले में शौच अथवा गंदगी फैलाना दंडनीय अपराध है और ऐसा करने पर 500 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. स्टेशन परिसर में जहां-तहां थूकने पर भी जुर्माना का प्रावधान है. यात्रियों से पानी की उपयोग की गयी बोलत को परिसर में लगे क्रशर मशीन में ही डालने का अनुरोध किया गया है.
रेलवे नेशनल ग्रीन ट्राइव्यूनल के दिशानिर्देश के अनुसार सभी स्टेशनों पर अभियान चला रहा है जिसमें अधिक से अधिक हरियाली को बनाये रखने की पहल की जा रही है. इसमें सामाजिक संस्थाओं के साथ ही रेलवे से सीधे जुड़ाव रखने वाली रेलवे की विभिन्न समितियों के सदस्यों से भी सहयोग लिया जा रहा. अभियान में (डीआरयूसीसी) मंडल रेलवे उपयोगकर्ता सलाहकार समिति और स्टेशन सलाहकार कमेटी (एसएससी) के सदस्यों की भी सहभागिता व सहयोग लिया जा रहा है. अभियान में डीआरयूसीसी मेंबर संजीत कुमार मिश्रा, प्रमोद कुमार, अनय चौधरी, स्टेशन कमेटी मेंबर अरविंद कुमार सिंह समेत अन्य लेागों ने भी यात्रियों को जागरूक किया. इस क्रम में रेलवे के हेल्थ इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सफाई कर्मियों ने सहयोगी की भूमिका निभाते हुए अभियान में यात्रियों को जागरूक किया.
एनजीटी के गाइन लाइन के अनुसार चलाये जाने वाले अभियान के बाद टाटानगर स्टेशन पर स्वच्छता कायम रखने में बड़ी कामयाबी मिली है. इसमें डिप्टी एसएस कॉमर्शियल एसके पति और अर्पिता मैती की भूमिका अहम रही है. रेलवे एरिया मैनेजर विकास कुमार, कॉमर्शियल इंस्पेक्टर एके सिंह, कैटरिंग मैनेजर आरएन मिश्रा भी टाटानगर स्टेशन पर स्वच्छता को लेकर लगातार व प्रभारी भूमिका में सहयोग देते रहे है जिसका असर टाटानगर स्टेशन पर बेहतर सफाई के रूप में सामने आने लगा है. रेलवे अधिकारियों ने इस बात पर चिंता जतायी कि अभी भी 10 फीसदी लोग स्टेशन के मुख्य द्वार के आसपास पिकदान होने के बावजूद इधर-उधर थूक देते है जिसका बुरा असर अन्य यात्रियों और उन नौनिहालों पर पड़ता है जिन्हें हर दिन स्कूलों में स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जा रहा है.
रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य संजीत कुमार मिश्रा ने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर हर एक घंटे में यात्री बदल जाते है, ऐसी स्थिति में यह अभियान निरंतर तब तक चलाये जाने की जरूरत है जब तक वह अंतिम व्यक्ति भी इसे जिम्मेदारी से निभाने का प्रण नहीं ले लेता है जो रेलवे का उपभोक्ता है.