- 25 जनवरी को स्टेशन मास्टर नई दिल्ली स्टेशन से संसद तक करेंगे पैदल मार्च
- देश के सभी जोन व डिविजन में किया गया प्रोटेस्ट
रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन आइस्मा के आह्वान पर 15 जनवरी को देश भर के स्टेशन मास्टर डिमांड डे मनायेंगे. 14 जनवरी की आधी रात से उनका विरोध दिवस शुरू हो गया है. इसके तहत सभी स्टेशन मास्टरों को रात्रि 00 बजे से ड्यूटी पर आने के बाद डिमांड डे का बैच लगा ड्यूटी करने का आह्वान किया गया है. विरोध दिवस सुबह भी जारी रहेगा. रात में ड्यूटी पर आने वाले स्टेशन मास्टरों को सुबह 8 बजे अपने रिलीवर को बैच पहना कर ही घर जाने को कहा गया है. अगला स्टेशन मास्टर 16 बजे अपने रिलीवर को बैच पहनायेगा. इस तरह सभी को अपनी अपनी फोटो, नाम और स्टेशन के साथ ग्रुप में डालने को कहा गया है.
स्टेशन मास्टरों के इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य अपनी शक्ति का अहसास रेल प्रशासन को कराना है. नेताओं ने हर हाल में शांतिपूर्ण और सांकेतिक आंदोलन के रूप में डिमांड डे को सफल बनाने का आह्वान सभी स्टेशन मास्टरों से किया है. आइस्मा के उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल सचिव आरपी मीना ने प्रत्येक खंड के प्रत्येक स्टेशन मास्टर को पूरी यूनिफार्म में डिमांड डे बैच लगाकर सिग्नल एक्सचेंज करने का अनुरोध किया है. उनके अनुसार इसकी पूर्व सूचना प्रशासन को दी जा चुकी हैं अतः हमारा सांकेतिक संदेश उन तक अवश्य पहुंचना चाहिए.
आइस्मा के तिरुपति सम्मेलन में लिये गये निर्णय के अनुसार पूरे देश में एक साथ स्टेशन मास्टर 15 जनवरी 2020 को रात 00:00 बजे से अपने कैडर की समस्याओ व मांगों को लेकर प्रिंटेड बैच लगाकर डयूटी करेंगे. हर जोन और मंडल में डिमांड डे पर बैच लगाकर ड्यूटी करने और अपनी मांगों के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अनुरोध किया गया है. आंदोलन के अगले चरण में 25 जनवरी को नई दिल्ली स्टेशन से संसद तक पैदल मार्च किया कर सरकार के समक्ष अपनी बात रखी जायेगी.
इससे पूर्व अपनी विभिन्न मांगों को लेकर स्टेशन मास्टर एसोसिएशन लगातार आंदोलन पर है. देश व्यापी भूख भूख के दौरान भी उन्होंने ट्रेन संचालन प्रभावित नहीं होने दिया. आइइस्मा का कहना है कि रेल मंत्रालय उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहा है. उनकी काफी पुरानी लंबित मांगों को लगातार टाला जा रहा है. बावजूद वे देश हित और रेल हित में ड्यूटी पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं.
स्टेशन मास्टरों की मांग
- एमएसीपी से मिलने वाला तीसरा अपग्रेडेशन ग्रेड पे 5400(लेवल-9) दिया जाए
- स्टेशन मास्टर को 12 घंटे ड्यूटी भी करना पड़ती है, ऐसे ड्यूटी रोस्टर को खत्म करें
- स्टेशन मास्टर तनाव में ड्यूटी करते हैं, उन्हें तनाव भत्ता स्वीकृत किया जाए
- स्टेशन मास्टर के 15 प्रतिशत पद राजपत्रित किए जाएं
- अत्यधिक व्यस्त स्टेशन पर हर शिफ्ट में अतिरिक्त स्टेशन मास्टर की नियुक्ति करें
- स्टेशन मास्टर जिन कर्मचारियों का प्रमुख होता है, उनसे वेतनमान अधिक करें
- स्टेशन मास्टर्स के लिए केंद्रीयकृत मुख्यालय बड़े नजदीकी शहरों में बनाएं
- नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करें, निजीकरण रोकें
- ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन को रेलवे प्रशासन मान्यता प्रदान करें
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कैमरे की नजर में स्टेशन मास्टरों का विरोध (गुंतकल मंडल यादगीर ब्रांच)