- एसएनटी मेंटेनर्स यूनियन के रेलवे के भ्रष्ट अफसर व ठेकेदारों की सांठ-गांठ पर साधा निशाना
- यात्री सेवा समिति (PSC) के अध्यक्ष रमेश चन्द्र रत्न ने प्रधानमंत्री तक बात पहुंचाने का दिया आश्वासन
रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
इंडियन रेलवे एसएडंटी मेंटेनरर्स युनियन (IRSTMU) ने रेलवे के भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों की सांठ-गांठ पर निशाना साधा है. यूनियन ने जारी बयान में कहा है कि रेलवे अधिकारी ही ठेकेदारों से मिलीभगत से निजीकरण की आड़ में रेलवे का बंटाधार करने में जुटे हुए है. ठेका में लिये गये अधिकांश रेलकर्मियों से कराया जाता है जबकि उसका फायदा ठेकेदार ले जाते है. ऐसे अधिकारियों को पूर्ण संरक्षण मान्यता प्राप्त फेडरेशनों तथा युनियनों द्वारा दिया जाता है. यूनियन ने रेलवे के ठेकेदारों द्वारा ठेका मजदूरों का शोषण करने के मु्ददे को भी उठाने की बात कही है. यूनियन का आरोप है कि ठेका संगठन मजदूरों को उनका निर्गत वेतन नहीं देते, इसलिए रेलवे मजदूरों के खाते में सीधे वेतन निर्गत करने की व्यवस्था सुनिश्चित कराये.
15 अक्टूबर को मंगलवार को इंडियन रेलवे एस एडं टी मैंटेनरर्स युनियन (IRSTMU) की टीम ने यात्री सेवा समिति (PSC) के अध्यक्ष रमेश चन्द्र रत्न से मिलकर अपनी बातें रखी. यूनियन ने संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों को रिस्क तथा हार्डशिप अलाउंस एवं नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना के मुद्दे पर रमेश चंद्र से बात की. टीम का नेतृत्व करते हुए IRSTMU के महासचिव आलोक चन्द्र प्रकाश ने कहा कि यदि हमारी लंबित मांगों पर जल्द ही निर्णय नहीं लिया गया तो बहुत जल्द हम आमरण अनशन पर बैठने की तैयारी कर रहे हैं. यूनियन की ओर से पीएससी अध्यक्ष को बताया गया कि रेलवे का निजीकरण हो रहा है और हमारे विभाग में कई मंडलों में कर्मचारियों को ठेके पर लिया जा रहा है. इस पर उन्होंने कहा कि रेलवे का निजीकरण नहीं होगा एवं रेल परिचालन में संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों की भूमिका अहम है और इसका भरपूर प्रचार प्रसार करने में वो हमारा पूर्ण सहयोग दे रहे हैं और हर मंच पर आपकी समस्या उठाने की कोशिश कर रहे हैं.
नई पेंशन की कमियों को बताते हुए आलोक चन्द्र ने सवाल उठाया कि हमारी मृत्यु के बाद हमारा NPS फंड का 40% पैसा सरकार के खजाने में जमा हो जाएगा और हमारी बूढ़ी पत्नी को कुछ भी नहीं मिलेगा तो हमारी पत्नियों के पास सड़क पर भीख मांगने के अलावा क्या विकल्प होगा? PSC अध्यक्ष रमेश चंद्र ने यूनियन नेताओं को आश्वासन दिया कि NPS की इस समस्या को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक अवश्य पहुँचाऐगें. इसके अलावा ठेकेदारों के मजदूरों को ठेकेदारों द्वारा रेलवे से ठेका मजदूरों के लिए निर्गत मूल वेतन भी नहीं दिया जा रहा है, अतः महासचिव आलोक चन्द्र जी ने मांग रखी कि ठेकेदारों के मजदूरों को रेलवे सीधा उनके खाते में निर्गत वेतन जमा करायें ताकि ठेकेदारों द्वारा उनके शोषण पर रोक लगाई जा सके.
इस क्रम में आलोक चंद्र ने बताया कि ठेकेदारों द्वारा अधिकारियों के साथ मिलकर रेल कर्मचारियों के शोषण किया जा रहा है. ठेकेदार ठेका तो ले लेते हैं परन्तु अधिकारियों से सांठ गांठ कर काम रेल कर्मचारियों से करवा लेते हैं और अगर कोई रेल कर्मचारी मना करता है तो उस रेल कर्मचारी को रेल अधिकारी तरह-तरह की यातना देते हैं और इस प्रकार रेलवे में भ्रष्ट अधिकारियों की जमात तैयार हो गई है और ऐसे अधिकारियों को पूर्ण संरक्षण मान्यता प्राप्त फेडरेशनों तथा युनियनों द्वारा दिया जाता है. टीम का नेतृत्व अध्यक्ष नवीन कुमार कर रहे थे. उनके साथ राष्ट्रीय सहसचिव रेवती रमण, कोटा मंडल के मंडल सचिव दिनेश चौधरी तथा दिल्ली मंडल के कोषाध्यक्ष राघवेन्द्र कुमार उपस्थित थे.
नवनियुक्त सदस्य प्रदीप कुमार का स्वागत
इंडियन रेलवे सिग्नल एंड कम्युनिकेशन मेंटेनर्स यूनियन की टीम ने मंगलवार को रेलवे बोर्ड संकेत व दूरसंचार के नवनियुक्त सदस्य प्रदीप कुमार से मिलकर उनका स्वागत किया. इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार, महामंत्री आलोक चंद्र, सह सचिव रेवती रमण, दिल्ली मंडल अध्यक्ष सुधीर कुमार, कोषाध्यक्ष राघवेंद्र नारायण, कोटा मंडल के सचिव दिनेश चौधरी भी मौजूद थे.
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