- रेलवे सेफ्टी, क्वालिटी, मेंटेनेंस और ट्रेनिंग पर अब तीन गुना फोकस बढ़ायेगी रेलवे : अश्विनी वैष्णव
- रेलवे के ऐसे अधिकारी-कर्मचारी जिनका कार्यस्थल पर परफॉर्मेंस ठीक नहीं है, उन्हें अब दंडित किया जायेगा
KOLKATA. रेलवे के ऐसे अधिकारी-कर्मचारी जिनका कार्यस्थल पर परफॉर्मेंस ठीक नहीं है, उन्हें अब दंडित किया जायेगा. यह बातें रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत मंडपम में आयोजित 69वें रेल सप्ताह समारोह के दौरान कही. मौके पर बेहतर प्रदर्शन के लिए 101 पदाधिकारी व कर्मचारियों को अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इनमें झारखंड से जुड़े दक्षिण-पूर्व रेलवे के सात पदाधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं.
रांची रेल मंडल से एक भी नॉमिनेशन को अंतिम चयन में जगह नहीं मिल सका. जबकि एक पुरस्कार जोनल हेडक्वार्टर के कर्मचारी को उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए दिया गया. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे में अब क्लास वन सिस्टम को हटाने की जरूरत है. उन्होंने सेफ्टी, क्वालिटी, मेंटेनेंस और ट्रेनिंग में चार मूल मंत्रों को साझा किया. साथ ही इसे आत्मसात करने की सलाह दी.
कहा कि जमीनी स्तर के अनुभवी कर्मचारी अब रेलवे बोर्ड में आकर पॉलिसी बनते देखेंगे. वहीं, बोर्ड और मंडल में बैठे अधिकारी नयी व्यवस्था के तहत जमीन पर जाकर सेफ्टी, फिटिंग्स और मेंटेनेंस के काम को देखेंगे. इस दौरान भारतीय रेल के अबतक के सफर “मैं हूं भारतीय रेल” विषय पर एक डॉक्यूमेंट्री दिखायी गयी. इसमें युद्ध काल से फास्ट स्पीड ट्रेन और चिनाब ब्रिज की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया. कार्यक्रम के दौरान भारतीय रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार, रेलवे बोर्ड की सचिव अरुणा नायर सहित इंडियन रेलवे के सभी विंग से जुड़े गणमान्य लोग और यूनियन के पदाधिकारी मौजूद थे.
सुरक्षा, प्रशिक्षण व नयी तकनीक पर जोर
रेल मंत्री ने रेलवे के अधिकारियों-कर्मचारियों को सेफ्टी, क्वालिटी, मेंटेनेंस और ट्रेनिंग को अपनी कार्य प्रणाली में शामिल करने को कहा. उन्होंने कहा कि जीरो डिरेलमेंट वाले जोन और मंडल को शील्ड दिया जायेगा. इसके साथ ही बड़ा फाइनेंशियल सपोर्ट भी शामिल होगा. यह पुरस्कार चार अलग कैटेगरी में होगा. फाइनेंशियल रिवार्ड व्यक्तिगत और ग्रुप दोनों श्रेणी में होगा. सेफ्टी के लिए मेंटेनेंस में तीन गुना फोकस बढ़ाने पर जोर दिया गया है. आइटीएमएस ट्रैक की नयी तकनीक की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह बड़ी दुर्घटनाओं को टालने में मददगार साबित हुआ है.
बहादुरी और निस्वार्थ सेवा का सम्मान
देशभर में 16 अधिकारियों और कर्मचारियों को यात्रियों और जान-माल की सुरक्षा व निस्वार्थ सेवा के बदले यह सम्मान दिया गया.
इन्हें मिला अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार
सीनियर मोटरमैन/लोको पायलट इलेक्ट्रिकल कमलेश रे, सीनियर सेक्शन इंजीनियर गोपा बंधु शेट्टी, जूनियर इंजीनियर सिग्नल अभिषेक कुमार, डीएसटीइ अक्षय कुमार नायक, जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर रामचंद्र पात्रा, ऑफिस सुपरिटेंडेंट मिथुन मंजू नाथ, सीनियर डीसीएम आद्रा विकास कुमार.