तारकेश कुमार ओझा , खड़गपुर
चक्रवाती तूफान ” यास ” से जो नुकसान होना था , सो तो हो चुका। लेकिन सकारात्मक पक्ष के तौर पर इस दौरान सामाजिक सरोकार के कई रंग भी देखने को मिले। सतर्कता के तौर पर अधिसंख्य ट्रेनें रद रहने से विभिन्न स्टेशनों पर यूं तो यात्रियों की संख्या अपेक्षा से काफी कम रही । लेकिन जो भी यात्री रहे , आपदा की स्थिति में उन्होंने खुद को घोर मुश्किलों में फंसा पाया। क्योंकि सब कुछ अस्त व्यस्त या ठप था ।
ऐसे में महकमे की ओर से यात्रियों की ओर सहायता का हाथ बढ़ाया गया । बुधवार को खड़गपुर रेलवे स्टेशन परिसर और प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में यात्री असहाय स्थिति में फंसे रहे । जो दूर – दराज से यहां आए थे । भीड़ में असहाय हालत में हाकर्स और इधर – उधर मांग कर खाने वालों की संख्या भी अच्छी – खासी थी । ऐसे में बगैर किसी पूर्व तैयारी के राजकीय रेल पुलिस कर्मियों ने उनके लिए भोजन की व्यवस्था की ।
मुश्किल में फंसे लोगों के आहार की व्यवस्था में स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी हाथ बंटाया । मंडल के विभिन्न छोटे स्टेशनों में भी यह नजारा देखा गया । खड़गपुर – हावड़ा संभाग के फुलेश्वर और कोलाघाट स्टेशनों में नहर का जल स्तर बढ़ने से बड़ी संख्या में लोगों ने शरण ली थी । रेल कर्मियों की ओर से उनके लिए चाय – नाश्ते का इंतजाम किया गया ।