- पैसेंजर सर्विस कमेटी के चेयरमैन रमेश चंद्र रत्न मुख्य रूप से शामिल हुए, गुजरे अनुभव को किया साझा, कहा
- मानवीय संवेदना, नैतिक मूल्य, चारित्रिक श्रेष्ठता, पारदर्शिता व सहज स्वभाव वाला मार्गदर्शक खो दिया
नई दिल्ली. इंडियन रेलवे एसएडंटी मैन्टेनर्स यूनियन (IRSTMU) के बैनर में सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग के कर्मचारियों ने रेल राज्य मंत्री स्वर्गीय सुरेश अंगड़ी को गुरुवार 24 सितंबर को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के 192 सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग के कर्मचारी इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए और रेल राज्य मंत्री के साथ मुलाकात और यादों को साझा किया.
ऑनलाइन श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पैसेंजर सर्विस कमेटी के चेयरमैन रमेश चंद्र रत्न मुख्य रूप से शामिल हुए. रमेशचंद्र ने सुरेश अंगड़ी को श्रद्धांजलि देते हुए उनके साथ गुजरी कई यादों को ताजा किया एवं कहा की बहुमुखी प्रतिभा के धनी रेल राज्य मंत्री का जाना देश के लिए अपूर्णीय क्षति है हमने एक अच्छा मार्गदर्शक खो दिया. इस मौके पर देश भर के सभी 68 मंडलों के एसएडंटी कर्मचारियों ने चेयरमैन रमेश चंद्र रत्न के आह्वान पर दो मिनट का मौन रखकर रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
रमेश चंद्र रत्न ने कहा कि सुरेश अंगड़ी यूं अचानक चले जाना किसी सदमे से कम नहीं. मानवीय संवेदना, नैतिक मूल्य, चारित्रिक श्रेष्ठता, पारदर्शिता और स्वभाव की सहजता में उनका कोई सानी नहीं. रेल राज्य मंत्री के पद पर रहने के बावजूद वे सहज और सहृदय बने रहे थे.
आईआरएसटीएमयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार ने कहा कि अपने अनुभव व सुरेश अंगड़ी के साथ गुजारे समय को सहयोगियों के साथ साझा किया. बताया कि 26 जुलाई, 2019 की नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सेफ्टी कान्फ्रेंस में न आ पाने के लिए खेद व्यक्त करते हुए रेल राज्य मंत्री ने बताया था कि कर्नाटक सरकार के गिरने के कारण उन्हें अचानक कर्नाटक जाना पड़ा और वह उनके बीच नहीं आ सके. इंडियन रेलवे एसएडंटी मैन्टेनर्स यूनियन के महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश ने सुरेश अंगड़ी को याद करते हुए बताया कि उन पलों को याद किया जब रेल राज्य मंत्री ने एसएडंटी कर्मचारियों के कार्यों की हमेशा सराहना की तथा आईआरएसटीएमयू के पदाधिकारियों को पूरा-पूरा सहयोग दिया. महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश ने सुरेश अंगड़ी के निधन को रेलवे ही नहीं राष्ट्र के लिए अपूर्णीय क्षति बताया.
ऑनलाइन श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सिग्नल एंड टेलीकम्यूनिकेशन विभाग के अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे और स्वं सुरेश अंगड़ी के व्यक्तित्व व सहज उपलब्धता को अनुकरणीय बताया. ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल 192 से अधिक रेलकर्मियों ने मौन रखकर अंगड़ी के आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंगड़ी के निधन पर दुख व्यक्त किया है. राष्ट्रपति ने ट्वीट कर लिखा- “केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ सांसद सुरेश अंगड़ी के असामयिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं. यह जन-सेवा के क्षेत्र की, विशेष रूप से कर्नाटक के लोगों के लिए एक त्रासद हानि है. मेरी शोक-संवेदना उनके शोकाकुल परिवार, सहकर्मियों और असंख्य सहयोगियों के साथ है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरेश अंगड़ी के निधन पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि “सुरेश अंगड़ी बेहतरीन कार्यकर्ता थे जिन्होंने कर्नाटक में पार्टी को मजबूत करने का काम किया.” पीएम मोदी ने आगे लिखा कि “वह समर्पित सांसद और प्रभावी मंत्री थे जिनकी हर कोई प्रशंसा करता था. उनका जाना दुखद है. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और मित्रों के साथ हैं. ओम शांति”
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि “सुरेश अंगड़ी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन पर गहरा दुख हुआ. वह मेरे भाई की तरह थे. काम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण को बताने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे. इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और मित्रों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. ओम शांति”
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन के बाद गुरुवार को कर्नाटक सरकार ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए सभी सरकारी भवनों पर फहरा रहे झंडे को नीचे झुकाने का फैसला किया. सरकारी अधिसूचना के अनुसार, राज्य ने सभी आधिकारिक कार्यक्रम और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी श्रद्धांजलि के तौर पर रद्द कर दिया है. नेताओं के श्रद्धांजलि देने के बाद चल रहे मानसून सत्र में भी शोक प्रस्ताव पारित किया जाएगा और इसके बाद सदन को दिन के लिए स्थगित किए जाने की संभावना है. अंगड़ी का 65 वर्ष की आयु में कोविड-19 संक्रमण के कारण निधन हो गया और वे इस वायरल संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल के पहले सदस्य हैं. अंगड़ी ने 11 सितंबर को ट्विटर पर घोषणा की थी कि वह इस संक्रमण की चपेट में आए हैं.