- बालासोर की घटना के बाद सिग्नलिंग इंटरलॉकिंग सिस्टम को लेकर IRSTMU की चिंता को स्वीकारा गया
- PCSTE अशोक माहेश्वरी का यूनियन नेताओं ने जताया आभार, कहा – त्वरित पहल की उम्मीद नहीं थी
PATNA. बालासोर की घटना के बाद जहां एक और सिग्नल व टेलीकॉम के कर्मचारी गहरे मानसिक दबाव में काम कर रहे हैं, वहीं रेल प्रशासन भी अब उनके कार्य महत्व को लेकर गंभीर नजर आ रहा है.
इस हादसे में सिगनलिंग इंटरलॉकिंग सिस्टम की अहमियत को उजागर किया था. ऐसे में IRSTMU इंडियन रेलवे सिग्नल एंड मेंटनर्स यूनियन की चिंताओं को भी अधिकारी ने स्वीकार किया है.
इसका नजीता है कि यूनियन नेताओं के अनुरोध पर तत्काल अमल करते हुए सिग्नल और टेलीकाम सहायकों की ट्रेनिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करायी गयी है. पूर्व रेलवे के PCSTE अशोक माहेश्वरी के आदेश पर STTC लीलूआ ने तत्काल प्रभाव से सिग्नल और टेलीकाम सहायकों के लिए ट्रेनिंग शिड्यूल जारी कर दिया है.
IRSTMU इंडियन रेलवे सिग्नल एंड मेंटनर्स यूनियन के महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश ने रेलहंट से बातचीत में कहा कि PCSTE/ER अशोक माहेश्वरी ने उनकी भावना और हालात को समझा और तत्काल पहल की है.
उन्हें ऐसे पहल की उम्मीद भी नहीं थी. ट्रेनिंग का शेड्युल जारी करते हुए पूर्व रेलवे के सभी मंडलों के सीनियर डीएसटीई को भेज दिया गया है.
CSE केसी बैरवा से मिलकर अपनी बात रखते यूनियन के पदाधिकारी
IRSTMU के प्रतिनिधि हर मंच पर यह बात उठाते रहे है कि सिग्नल और टेलीकाम विभाग के नवनियुक्ति सहायकों/हेल्परों को किसी भी प्रकार की कोई ट्रेनिंग नहीं दी जाती है. जबकि सिगनलिंग इंटरलॉकिंग सिस्टम काफी अहम सेफ्टी से जुड़ा मुद्दा है. महत्वपूर्ण विभाग होते हुए भी सिगनल और टेलीकाम विभाग के सहायकों/हेल्परों को नियुक्ति के बाद किसी भी प्रकार की कोई ट्रेनिंग नहीं दी जाती है.
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इसे लेकर IRSTMU के महासचिव आलोक चन्द्र प्रकाश तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार लगातार प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, रेलवे बोर्ड से लेकर मंडल के अधिकारियों तक लगातार पहुंचाने प्रयास करते रहे हैं.
18 जुलाई, 2023 को पूर्व रेलवे के PCSTE अशोक माहेश्वरी तथा CSE केसी बैरवा से भी मिलकर यूनियन नेताओं ने सेफ्टी बिंदुओं को लेकर चिंता जतायी थी और नवनियुक्त सिग्नल और टेलीकाम सहायकों को ट्रेनिंग दिलाने का अनुरोध किया था.
IRSTMU की ओर से पदाधिकारी कमलेश कुमार तथा अरूण कुमार ने PCSTE तथा CSE को आभार जताया और कहा कि इतनी त्वरित कार्यवाही की उम्मीद हमने तो कभी किया ही नहीं था.