KOLKATA. दक्षिण पूर्व रेलवे का रेलवे सुरक्षा बल रेल यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ रेलवे संपत्ति और उसके महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इस संबंध में, एसईआर के रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ऑपरेशन “नन्हे फरिश्ते”, “ऑपरेशन “डिग्निटी”, मिशन “जीवन रक्षा”, ऑपरेशन “अमानत” और ऑपरेशन “मानव तस्करी विरोधी अभियान” जैसी विभिन्न पहल की गई हैं.
ऑपरेशन “डिग्निटी”
यह अभियान आरपीएफ द्वारा देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले महिलाओं सहित वयस्कों को बचाने के लिए शुरू किया गया था. इस पहल के तहत 2023 में 189 वयस्कों और 2024 (अक्टूबर, 2024 तक) में 154 वयस्कों को पुरुषों और महिलाओं सहित बचाया गया.
मिशन “जीवन रक्षा”
2023 में 54 यात्रियों और 2024 में (अक्टूबर, 2024 तक) 39 यात्रियों की जान आरपीएफ/एसईआर ने अपनी जान की परवाह किए बिना बचाई.
ऑपरेशन “अमानत”
2023 में 1935 और 2024 में (अक्टूबर, 2024 तक) 1479 यात्रियों का छूटा हुआ सामान आरपीएफ द्वारा बरामद किया गया और उसके मालिकों को सौंप दिया गया.
मिशन “यात्री सुरक्षा”
139/रेलमदद के तहत यात्री अपराध की रोकथाम और पता लगाने तथा आपातकालीन प्रतिक्रिया के उद्देश्य से अभियान चलाया गया. मिशन “यात्री सुरक्षा” के तहत 2023 में आरपीएफ/एसईआर द्वारा 182 अपराध दर्ज किए गए, जिनमें 217 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई तथा 2024 (अक्टूबर, 2024 तक) में 177 अपराध दर्ज किए गए, जिनमें 207 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई.
ऑपरेशन “नारकोस”
यह अभियान आरपीएफ द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाया जाता है. 2023 में आरपीएफ/एसईआर द्वारा 127 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 1.81 करोड़ रुपये की नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ (एनडीपीएस) बरामद की गई तथा 2024 (अक्टूबर, 2024 तक) में आरपीएफ/एसईआर द्वारा 128 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 2.92 करोड़ रुपये की नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ (एनडीपीएस) बरामद की गई.
रेलवे अधिनियम के तहत अभियान
रेलवे क्षेत्र को असामाजिक तत्वों से मुक्त रखने के लिए रेलवे अधिनियम के तहत अभियान भी चलाए गए. वर्ष 2023 में रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 42214 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और उन पर मुकदमा चलाया गया तथा वर्ष 2024 (अक्टूबर, 2024 तक) में रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 54737 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और उन पर मुकदमा चलाया गया.
ऑपरेशन “समय पालन”
ट्रेनों में समय की पाबंदी बनाए रखने के लिए ट्रेनों में अलार्म चेन पुलिंग पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से एक अभियान. वर्ष 2023 में 1665 व्यक्तियों और वर्ष 2024 (अक्टूबर, 2024 तक) में 1744 व्यक्तियों को रेलवे अधिनियम की धारा 141 के तहत अनधिकृत अलार्म चेन पुलिंग के लिए गिरफ्तार किया गया और उन पर मुकदमा चलाया गया.
ऑपरेशन “जन जागरण”
दक्षिण पूर्व रेलवे के स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों के निकट झुग्गी बस्तियों, गांवों, स्कूलों, कॉलेजों, एलसी गेटों आदि पर आरपीएफ द्वारा जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ताकि रेल उपयोगकर्ताओं को सुरक्षा और संरक्षा मुद्दों जैसे एलसी गेटों को पार करते समय बरती जाने वाली सावधानियों, नशीले पदार्थों का सेवन, ज्वलनशील पदार्थ न ले जाने, मानव तस्करी, पत्थरबाजी आदि के बारे में शिक्षित किया जा सके.
प्रेस विज्ञप्ति