- दक्षिण पूर्व रेलवे जोन ने छह प्लांट लगाकर गंदे पानी का फिर से किया जा रहा उपयोग
कोलकाता. दक्षिण पूर्व रेलवे जल प्रबंधन और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कई उपायों का पालन कर रहा है. जोन ने छह ऐसे संयंत्र लगाये गये है जिनसे गंदे पानी को साफ कर उसे फिर से उपयोग के लायक बनाया जा रहा. ऐसे दो प्लांट दीघा में और एक-एक चक्रधरपुर, झारसुगुड़ा, रांची और हटिया में लगाये गये हैं. जोन के चार मंडलों यानी खड़गपुर, आद्रा, रांची और चक्रधरपुर में कुल 29,869 केएलडी जल को साफ कर उसका फिर से उपयोग करने की प्रक्रिया अपनायी जा रही है.
इसके अलावा जोन के चार मंडलों में वर्षा जल एकत्र करने की दृष्टि से 78 स्थानों पर वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित की गई है. इससे पानी के उचित संरक्षण और उसी के इष्टतम उपयोग में मदद मिली है. इसके अलावा, दीघा स्टेशन पर 5 केएलडी क्षमता के 2 संयुक्त सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू किए गए हैं, जो अपशिष्ट जल को पुनर्चक्रण और पुन: उपयोग करने में मदद कर रहे हैं.
उपरोक्त के अतिरिक्त, जल संरक्षण के लिए जल प्रवाह मापने के लिए खड़गपुर मंडल के 15 स्टेशनों पर 32 जल मीटर लगाए गए हैं. प्रभावी जल प्रबंधन के साथ-साथ, एसईआर ने पर्यावरण के अनुकूल उपाय के रूप में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पहल को भी अपनाया है.
इस दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, 9 स्टेशनों पर कंपोस्टिंग प्लांट उपलब्ध कराए गए हैं और एसईआर अधिकार क्षेत्र में 10 और स्टेशनों पर काम चल रहा है. इसके अलावा, प्रभावी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पहल के एक भाग के रूप में 16 स्टेशनों पर 583 ट्विन-बिन कूड़ेदान उपलब्ध कराए गए हैं.