- लंबे खींचतान का गवाह रही प्रिंसिपल चीफ ऑपरेटिंग प्रबंधक की कुर्सी
रेलहंट ब्यूरो, कोलकाता
दक्षिण पूर्व रेलवे में खींचतान को लेकर चर्चा में रहा प्रिंसिपल सीओएम (PCOM) का प्रभार आखिरकार प्रभाष डंसाना ने संभाल लिया है. इससे पूर्व वह सियालदह डीआरएम थे. वहीं शिलेंद्र प्रताप सिंह ने सियालदह डीआरएम का प्रभार संभाल लिया है. इससे पूर्व साउथ इर्स्टन रेलवे की पीसीओएम रही श्रीमती जया वर्मा सिन्हा भी सियालदह में डीआरएम रह चुकी है.
बतौर मुख्य वाणिज्य प्रबंधन (प्रिसिंपल) श्रीमती जया वर्मा सिन्हा की पोस्टिंग साउट इर्स्टन रेलवे में मार्च 2018 में की गयी थी. इससे पूर्व वह मुख्य ऑपोस्टिंग ऑफिसर थी. तब जोन में पहली बार किसी महिला अधिकारी को चीफ बनाया था. हालांकि तब पीसीओएम की कुर्सी को लेकर साउथ इर्स्टन रेलवे में खींचतान शुरू हो गया जब 28 नवंबर 2019 को रेलवे बोर्ड से जारी अधिसूचना में चक्रधरपुर डीआरएम छत्रसाल की पोस्टिंग पीसीओएम में पद को डाउनग्रेड करके कर दी गयी. इसके लिए पूर्व में जोन के एक आला अधिकारी रहे वर्तमान में रेलवे बोर्ड में गये एक अधिकारी की भूमिका पर सवाल उठाये गये थे. हालांकि रेलवे बोर्ड की उस अधिसूचना में यह स्पष्ट नहीं किया गया था कि छत्रसाल की पोस्टिंग के बाद श्रीमती जया वर्मा सिन्हा को कहा भेजा गया है. इसके बाद पीसीओएम के पद को लेकर लंबे समय तक जोन में खींचतान चलता रहा और जया वर्मा साउथ इर्स्टन रेलवे में जमी रही.
आखिरकार छत्रसाल को साउथ इर्स्टन रेलवे से हटाकर दूसरे जोन में भेजा गया. इस तरह जया वर्मा पीसीओएम के पद पर बरकरार रही. मार्च 2020 में जया वर्मा सिन्हा का तबादला नार्दन रेलवे में पीसीसीएम के पद पर कर दिया गया. इसके साथ ही सियालदह डीआरएम प्रभाष डंसाना को साउथ इर्स्टन रेलवे का पीसीओएम बनाया गया था. सियालदह डीआरएम के पद रिक्त होने के कारण प्रभाष डंसाना ने पीसीओएम का प्रभार नहीं लिया था. 28 जुलाई को प्रभाष ने बतौर पीसीओएम साउथ इर्स्टन रेलवे का प्रभार संभाल लिया है.