- SER/GM ने नारायणगढ़-रानीताल खंड में तीसरी लाइन के कार्य और अमृत स्टेशनों की प्रगति का लिया जायजा
KHARAGPUR. दक्षिण पूर्व रेलवे (SOUTH EASTERN RAILWAY) के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि जोन के ऐतिहासिक स्टेशनों में शामिल बालेश्वर स्टेशन (BALESHWER RAILWAY STATION) के पुनर्विकास पर 197 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी. यह परियोजना मार्च 2026 तक पूरी होने की संभावना है. जीएम अनिल कुमार मिश्रा खड़गपुर मंडल के खड़गपुर-रानीताल खंड में विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण करते हुए यहां पहुंचे थे. उनके साथ डीआरएम खड़गपुर केआर चौधरी के अलावा विभागाध्यक्ष और मंडल अधिकारी भी शामिल थे.
अनिल कुमार मिश्रा ने नारायणगढ़-रानीताल खंड के बीच तीसरी लाइन के चल रहे कार्यों और अमृत स्टेशनों की कार्य प्रगति का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान, महाप्रबंधक ने नारायणगढ़, बखराबाद, बेल्दा, जलेश्वर, सोरो, बालेश्वर और रानीताल स्टेशनों पर स्टेशन, यात्री सुविधाओं और पैनल रूम को देखा. उन्होंने नारायणगढ़-बखराबाद के बीच ब्रिज नंबर 176 पर चल रहे कार्यों का भी निरीक्षण किया.
बालेश्वर स्टेशन पर जीएम श्री मिश्रा ने डीआरएम श्री चौधरी के साथ मीडियाकर्मियों को विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में डेवलप किये जा रहे बालेश्वर स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों की पूरी जानकारी दी. बताया कि यहां विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं और बुनियादी ढांचा विकसित किया जायेगा. बालेश्वर स्टेशन को वास्तुकला के अनुसार डिजाइन किया जा रहा है. यह प्रयास है कि इसकी पहचान शहर सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाली परिलक्षित हो. अग्रभाग पर कोणार्क मंदिर के पहिए होंगे, शिखर का विषय जगन्नाथ पुरी मंदिर से प्रेरित है, अग्रभाग पर सौरा आदिवासियों की सौरा पेंटिंग प्रदर्शित होगी, जो एक अद्वितीय सांस्कृतिक स्पर्श जोड़ेगी.
बालेश्वर स्टेशन पर होंगी यह सुविधाए
यह स्टेशन अगले 50 वर्षों के लिए डिज़ाइन किया गया जहां से प्रतिदिन 50,000 यात्रियों के आने-जाने के लिए तमाम सुविधाएं होंगी. शहर के दोनों तरफ स्टेशन बिल्डिंग को 18 मीटर चौड़े रूफ प्लाजा से जोड़ा जाएगा. सर्कुलेटिंग एरिया में सुधार, कवर शेड का प्रावधान, वेटिंग हॉल में सुधार और एसी लाउंज का निर्माण किया जाएगा. अग्रिम और बेहतर यात्री सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए 14 लिफ्ट, 06 एस्केलेटर, 20 एक्सेस कंट्रोल गेट चालू किए जाएंगे. सभी प्लेटफार्मों को जोड़ने वाले 3 एफओबी का निर्माण किया जाएगा. सभी प्लेटफार्म पूरी तरह से प्रतिष्ठित होंगे. 7000 वर्गमीटर से अधिक की विशाल पार्किंग विकसित की जाएगी. कार्बन फुट प्रिंट को कम करने के लिए 133 किलोवाट का सोलर पैनल, 1000 केएलडी जल पुनर्चक्रण संयंत्र का निर्माण किया जाएगा.