- दक्षिण पूर्व रेलवे केंद्रीय कर्मचारी कल्याण कमेटी ने दी स्वीकृति, रेलकर्मियों के परिजन के वैक्सीन का खर्च उठायेगी कमेटी
कोलकाता. दक्षिण पूर्व रेलवे में किसी भी कोरोना संक्रमित रेलकर्मी को प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने के लिए एक लाख रुपए तक का अग्रिम भुगतान दिया जायेगा. स्टाफ बेनिफिट फंड से यह राशि दी जायेगी. यह निर्णय 25 मई को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित दक्षिण पूर्व रेलवे कर्मचारी कल्याण कमेटी की बैठक में लिया गया. दक्षिण पूर्व रेलवे की प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी जरीना फिरदौसी ने वर्चुअल प्लेटफार्म पर आयोजित बैठक में यूनियन प्रतिनिधियों और कमेटी के सदस्यों के अनुरोध पर यह घोषणा की.
रेलवे में लगातार कोरोना संक्रमित हो रहे रेलकर्मी बेहतर इलाज व मुआवजा की मांग कर रहे हैं. रेलकर्मियों में भी स्वास्थ्य सुविधा को लेकर रेलवे बोर्ड से लेकर जोनल व मंडल अस्पतालों को लेकर आक्रोश बना हुआ है. इसे लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे के कर्मचारियों को तत्काल राहत पहुंचाने के उद्देश्य से दक्षिण पूर्व रेलवे केंद्रीय स्टाफ बेनिफिट कमेटी की आपात बैठक में निजी अस्पताल में इलाज कराने वालों को एडवांस राशि देने का निर्णय लिया गया.
दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी जरीना फिरदौरी की अध्यक्षता वाली इस बैठक में दक्षिण पूर्व रेलवे केंद्रीय कर्मचारी कल्याण कमेटी के सदस्य व ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ के कृष्ण मोहन प्रसाद, रेलवे मेंस कांग्रेस के चक्रधपुर मंडल संयोजक शशि मिश्रा समेत अन्य प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे. प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी जरीना फिरदोसी ने सभी सदस्यों से एजेंडा मुख्यालय को भेजने को कहा.
ऑनलाइन बैठक में मुख्य स्वास्थ्य निदेशक डॉ अनिरुद्ध कृतन्या, ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रतिनिधि कृष्ण मोहन प्रसाद, रेलवे मेंस कांग्रेस के शशि मिश्रा, ऑल इंडिया एसटी एससी रेलवे एम्पलाइज एसोसिएशन के प्रतिनिधि विवेक मंडल, मुख्य लेखा अधिकारी नीरज सिंह, सहायक कार्मिक अधिकारी कल्याण जयदीप सेनगुप्ता, चिकित्सा निदेशक आदि शामिल हुए.
बैठक में एजेंडा पर चर्चा के बाद लिये गये निर्णय
- कारोना संक्रमित रेलकर्मी या उनके परिजन जिन्होंने अपना अथवा अपने परिजनों का निजी अस्पतालों में चिकित्सा करवाया हो, उन्हें तत्काल सहयोग राशि स्वरूप एक लाख का ब्याज मुक्त अग्रिम राशि प्रदान की जाएगी.
- चक्रधरपुर मंडलीय रेलवे अस्पताल में स्टाफ बेनिफिट कमिटी के तरफ से 20 लाख के लागत से 10 आईसीयू बेड उपलब्ध करवाया जायेगा
स्टाफ बेनिफिट फंड से संचालित सभी हेमियोपेथिक डॉक्टर को साल में 18 दिनों का अवकाश दिया जायेगा लेकिन उन्हें वर्क फर्म होम रहना होगा - बंडामुंडा और बोकारो में 4 घंटे के बजाय 8 घंटे तक होम्योपैथिक डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया
- जो रेलकर्मी और उनके परिजन निजी स्तर पर अपने खर्च पर कोरोना वैक्सीन लगवाते हैं, उनको तथा उनके परिजनों के वैक्सीन के एवज में खर्च की गई राशि भुगतान स्टाफ बेनिफिट फंड से होगा. रेलकर्मियों के परिजन के वैक्सीनेशन का खर्च स्टाफ बेनिफिट कमेटी उठाएगी.
- टाटा और आद्रा स्थित रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों में एसबीएफ के तरफ से आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे.