पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में एसीबी की टीम ने रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर को वाहनों के बिल पास करने के एवज में 35 हजार रुपए घूस लेते गिरफ्तार कर लिया है. घटना 23 मार्च की है. एसीबी ने रुपए निकालने के लिए इंजीनियर की पेंट तक उतरवा दी थी. राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने इसकी पुष्टि की है. 2019 में कोटा मंडल ने 8 पिकअप वैन का टेंडर एक फर्म को मिला था. सीनियर सेक्शन इंजीनियर (पीडब्ल्यूआई) घनश्याम शर्मा के इसकी फाइल थी.
बताया जाता है कि हर अटैच वाहनों के पेंडिंग बिलों के भुगतान के लिए घनश्याम शर्मा 7 प्रतिशत का कमीशन मांगते थे. एजेंसी ने इसकी शिकायत एसीबी को की. जांच में पता चला कि घनश्याम शर्मा ने 10 हजार रुपए हर माह बिल पास करने के एवज में वसूली की है. 23 मार्च मंगलवार को देर रात एसीबी ने जाल बिछाकर इंजीनियर घनश्याम शर्मा को कोटा जंक्शन के समीप उनके आवास मंगल भवन से 35 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. पमरे के मुख्य जनसंपर्क अघिकारी राहुल जयपुरिया ने बताया कि एसीबी में इंजीनियर को घूस लेते पकड़ा है. इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है.