जोधपुर. कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न गंभीर अपराध है. वह भी अगर अधिकारी उस सेक्शन का आला अधिकारी हो तो इसकी गंभीरता और भी बढ़ जाती है. हालांकि कार्य-स्थलों पर होने वाले ऐसे ज्यादातर मामलों में केवल एक पक्ष को ही दोषी मान लिया जाता है, दूसरे पक्ष को निर्दोष, जबकि दोषी दोनों होते हैं, कारण कोई भी हो सकता है.
ऐसे ही घटनाक्रम में उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल के सीनियर डीएमएम अशोक चौधरी पर महिला कर्मी ने यौन शोषण के आरोप लगाये हैं. महिलाकर्मी की शिकायत पर डीआरएम गीतिका पांडेय ने तत्काल प्रभाव से सीनियर डीएमएम को लंबी छुट्टी पर भेज दिया है और उनके तबादले की अनुशंसा तक मुख्यालय से कर दी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डीआरएम ने इस घटनाक्रम के बाद बुलायी गयी बैठक में संबंधित अधिकारी को फटकार लगाते हुए अन्य लोगों को कार्य प्रणाली में सुधार लाने की चेतावनी दी है. हालांकि इस जोधपुर के इस घटनाक्रम के बाद रेलकर्मियों का एक तबका पूरे मामले की तह में जाने की मांग कर रहा है.