विजयावाड़ा. डीआरएम आर धनंजयुलू ने कहा कि मंडल के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने इंजन आैर कोच के तकनीकी फाल्ट का पता लगाकर 2017-18 के दौरान 22 दुर्घटनाओं को टाल दिया है. इससे कई जिंदगी बच गयी. शुक्रवार को रेलवे ऑडिटोरियम में 63 वें रेलवे सप्ताह समारोह में डीआरएम ने समस्याओं की पहचान कर यात्रियों की जान बचाने के लिए इंजीनियरिंग, गाड़ी और काम, नियंत्रण कार्यालय और विभागीय कर्मियों की सराहना की.
स्प्रींग ब्रेकेज के मामलों से निपटने में विजयवाड़ा प्रभाग के कर्मचारियों ने भारतीय रेलवे में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. नागरिक और ट्रैक इंजीनियरिंग स्टाफ ने उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए क्षेत्रीय स्तर पर बेहतर काम किया. डीआरएम ने कहा कि गाड़ी और काम (सी एंड डब्ल्यू), सिविल और ट्रैक इंजीनियरिंग और पी-वे स्टाफ ने अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल किया और इंजनों और कोचों के हाॅट एक्शल के 10 मामलों समेत स्प्रींग ब्रेकेज के के केस को पहचान कर बड़ी दुर्घटनाओं को टाल दिया, यह प्रतिबद्धता प्रशंसा की बात है.
“एक व्यक्ति भारतीय रेलवे में शामिल होने के बाद, उसका परिवार बन जाता है जिसका रेलवे प्रबंधन हमेशा ध्यान रखेगा. डीआरएम ने कहा कि रेलकमिर्पयों के कर्तव्य पालन में उनके परिवार के सहयोग के मैं धन्यवाद करता हूं. “
उपलब्धियां
श्री धनंजयुलु ने इस अवसर पर 365 व्यक्तिगत पुरस्कार, 27 समूह पुरस्कार और 10 अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान किया. उन्होंने ऊर्जा संरक्षण में विभाजन की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. कहा कि व्यय को कम करने के साथ मंडल ने यात्री की सुरक्षा, पाबंदी, रेलवे और स्टेशनों पर सफाई के साथ यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान की है.
अतिरिक्त डीआरएम (इन्फ्रास्ट्रक्चर) एम.व्ही.एस. राम राजू, एडीआरएम (संचालन) जी सुमन, सीनियर डिवीजनल कमर्शियल मैनेजर पिनरेड्डी भास्कर रेड्डी, सीनियर डिवीजनल ऑपरेशंस मैनेजर पी चैतन्य, वरिष्ठ डिवीजनल सेक्रेटरी आयुक्त एस.आर. गांधी, अधिकारी जे.व्ही.आर. राजशेखर और अन्य अधिकारियों और कर्मचारी आदि शामिल थे.