खड़गपुर. टाटानगर से रवाना हुई आनंद विहार-भुवनेश्वर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को रेलवे ने एक महिला यात्री व नवजात की जान बचाने के लिए दो किलोमीटर तक उल्टी दिशा में चलाया. घटना मंगलवार 26 अक्टूबर रात की है. भारतीय रेलवे के कर्मचारियों ने इस पहल से मानवता की नयी मिसाल पेश करते हुए प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला और नवजात को जान बचाने में अहम भूमिका निभायी. महिला यात्री का नाम रानू दास है जो संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के एस -5 कोच में आनंद विहार से जालेश्वर जा रही थी.
टाटानगर स्टेशन से ट्रेन के रवाना होते ही महिला का प्रसव पीड़ा हुई और उसने बच्ची को जन्म दे दिया. तब तक ट्रेन दो किलोमीटर आगे बढ़ गयी थी. आरपीएफ स्कॉट टीम के आरए सिंह ने घटना की जानकारी गार्ड को दी और ट्रेन को रोका गया. कंट्रोल से बात करने के बाद ट्रेन को वापस टाटानगर लाने का निर्णय लिया गया, क्योंकि ट्रेन का अगला पड़ाव हिजली/खड़गपुर था जहां पहुंचने में दो घंटे का समय लगता. इस बीच मां व बच्चे के जीवन पर खतरा संभव था.
ट्रेन को वापस टाटानगर स्टेशन लाने से पहले रेलवे अस्पताल से मेडिकल टीम बुला ली गयी थी. ट्रेन से मां व बच्ची को उतारा गया और डॉक्टर ने उनकी जांच कर उन्हें सदर अस्पताल भेज दिया. प्रसूता और शिशु दोनों स्वस्थ हैं. इसके बाद ट्रेन को आगे की ओर रवाना कर दिया गया. महिला यात्री और उसके बच्चे की जान बचाने के लिए रेलवे ने दो से ढाई किलोमीटर तक ट्रेन को वापस चलाया, इसके लिए चक्रधरपुर डीआरएम विजय कुमार साहू ने पूरी टीम की सराहना की है.