- रेलवे ने राहत व बचाव अभियान जारी कर दिया है, आईबी भी मामले की जांच कर रही है
- रात भर पटरी किनारे लेटे रहे यात्री, दहशत व अनिश्चितता की स्थिति में कटी रात
- हादसे की वजह से सात ट्रेन रद्द कर दी गई हैं, जबकि तीन का मार्ग बदला गया है
KANPUR. उत्तर प्रदेश के कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस (19168) पटरी से उतर गई है. इसके 25 डिब्बे बेपटरी हुए हैं. ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी. यह संयोग रहा कि हादसे में किसी की जान नहीं गई. कुछ यात्रियों के घायल होने की खबर हैं . रेलवे ने राहत व बचाव अभियान जारी कर दिया है. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है.
दुर्घटना देर रात 2.35 बजे कानपुर शहर से 11 किमी दूर भीमसेन और गोविंदपुरी स्टेशन के बीच होने की बात रेलवे अधिकारी ने कही है. रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने मीडियो को दिये बयान में कहा कि ट्रेन का इंजन पटरी पर रखी भारी वस्तु से टकराया है. इंजन पर टकराने के निशान हैं. सबूत सुरक्षित रखे गए हैं. IB और यूपी पुलिस इसकी जांच कर रही है.
वहीं झांसी DRM दीपक सिंह ने कहा कि हादसे के वक्त यात्रियों ने जोरदार गड़गड़ाहट व टकराने की आवाज सुनी है. मामले की जांच की जा रही है. बोगियों के पटरी से उतरने के कारण 50 मीटर तक पटरियां उखड़ गई और लोहे की क्लिप दूर जा गिरे. ट्रेन कानपुर स्टेशन से गुजरी थी, ऐसे में स्पीड कम कम थी. फिलहाल सेक्शन से ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है. सात ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि तीन को मार्ग बदलकर रवाना किया गया है.
दुर्घटना के बाद यात्री ट्रेन से बाहर निकल आये. कई लोग रात भर पटरी किनारे लेटे रहे यात्री, दहशत व अनिश्चितता की स्थिति में यात्रियों की रात कटी. हालांकि सूचना मिलते ही रेलवे की टीमें, आरपीएफ व स्थानीय जिला प्रशासन की टीम पहुंच गयी थी. तब जाकर यात्रियों ने राहत की सांस ली. बचाव व राहत का काम चल रहा है.
यात्रियों ने क्या कहा यह जाने
वाराणसी से सवार और अहमदाबाद जा रहे विकास ने बताया कि ट्रेन जब पटरी से उतरी, तब वह बहुत धीमी गति से चल रही थी. उसने कहा कि जैसे ही ट्रेन रुकी, यात्री अपने डिब्बों से बाहर निकलने लगे.
एक अन्य यात्री ने बताया कि मदद के इंतजार में ज्यादातर यात्री रेलवे पटरी के किनारे बैठे रहे. उसने बताया, घटना के करीब एक घंटे बाद पुलिस आई। हम अपने सामान के साथ रेलवे पटरी के किनारे बैठकर मदद का इंतजार कर रहे थे.
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने कहा, यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बस सहित अन्य वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. सभी यात्रियों को घटनास्थल से निकाल लिया गया है.
स्पेशल ट्रेन से यात्रियों को किया गया रिस्क्यू
यात्रियों को बस से कानपुर सेंट्रल स्टेशन भेजा गया है, जहां से उन्हें उनके गंतव्य की ओर रवाना किया जाएगा. इसके अलावा, आठ डिब्बों वाली एक मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन को कानपुर से दुर्घटनास्थल के लिए रवाना किया गया, ताकि यात्रियों को कानपुर लाकर उन्हें उनके गंतव्य तक भेजने की व्यवस्था की जा सके.
रेलमंत्री ने कहा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी-अमदावाद) का इंजन आज तड़के 2.35 बजे कानपुर के पास ट्रैक पर रखी किसी वस्तु से टकराकर पटरी से उतर गया. तेजी से टकराने के निशान देखे गए हैं. साक्ष्य सुरक्षित हैं. आईबी और उत्तर प्रदेश पुलिस भी इस पर काम कर रहे हैं. यात्रियों या कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई है. यात्रियों की आगे की यात्रा के लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई है.
रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए
- प्रयागराज- 0532-2408128, 0532-2407353
- कानपुर- 0512-2323018, 0512-2323015
- मिर्जापुर- 054422200097
- इटावा- 7525001249
- टुंडला- 7392959702
- अहमदाबाद- 07922113977
- बनारस सिटी- 8303994411
- गोरखपुर -0551-2208088
- लखनऊ- 8957024001
राहत व बचाव में स्थानीय लोग व आरएसएस स्वयं सेवक जुटे
स्थानीय नागरिकों के साथ कानपुर दक्षिण के स्वयंसेवक बंधू भी राहत कार्य एवं यात्रियों एवं उनके समानों की सुरक्षा में लगे हुए हैं. विभाग प्रचार प्रमुख आशीष, कानपुर दक्षिण से भाग कार्यवाह सुशील कटियार, तात्याटोपे नगर कार्यवाह शिवम एवं सेवा प्रमुख राकेश सचान, शारीरिक प्रमुख ऋषभ एवं अन्य स्वयंसेवक बंधू राहत कार्य में लगे हुए हैं. रेलवे प्रशासन के द्वारा कानपुर के लिए 0512-2323018, 0512-2323015 हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है.